India News (इंडिया न्यूज), Mahua Moitra: तृणमूल कांग्रेस (TMC) सांसद महुआ मोइत्रा पर लगे ‘कैश-फॉर-क्वेरी’ मामले में आज (गुरुवार) एथिक्स कमेटी की बैठक आयोजित की गई। जिसके दौरान जमकर हंगामा हुआ। बैठक के बीच ही मोइत्रा बैठक से अचानक बाहर आ गईं। जिसके बाद उन्होंने एथिक्स कमेटी पर भद्दे सवाल पूछने का आरोप लगाया है।

  • व्यक्तिगत सवाल पूछने का कोई अधिकार नहीं
  • हीरानंदानी का एक साइन किया हुआ एफिडेविट भी सामने आया

नकद हस्तांतरण का कोई सबूत नहीं

इस मामले को लेकर कांग्रेस सांसद उत्तम कुमार रेड्डी ने कहा कि ‘पूरे सवालों से ऐसा लगता है कि वह (संसदीय आचार समिति के अध्यक्ष) किसी के इशारे पर काम कर रहे हैं। यह बहुत बुरा है। दो दिनों से हम उनसे कुछ बातें पूछ रहे हैं…वे उनसे (महुआ मोइत्रा) पूछ रहे हैं कि आप कहां यात्रा कर रही हैं? आप कहां मिल रहे हैं? क्या आप हमें अपना फ़ोन रिकॉर्ड दे सकते हैं?…किसी भी नकद हस्तांतरण का कोई सबूत नहीं है…” वहीं बैठक में मौजूद जनता दल (यूनाइटेड) के सांसद गिरिधारी यादव ने कहा कि ‘महुआ मोइत्रा से पर्सनल सवाल पूछे गए। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें व्यक्तिगत सवाल पूछने का कोई अधिकार नहीं है, इसलिए हम बाहर आ गए।’

61 में 50 सवाल अडानी ग्रुप से जुड़े

बता दें कि टीएमसी सांसद Mahua Moitra पर बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने हाल में आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था कि मोइत्रा लोकसभा में सवाल करने के लिए कारोबारी दर्शन हीरानंदानी से पैसे लिए हैं। इसे लेकर निशिकांत ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला को पत्र लिखा था। जिसमें दावा किया गया था कि मोइत्रा द्वारा हाल में 61 में 50 सवाल अडानी ग्रुप से जुड़े हुए किए थे। जिसके लिए उन्होंने पैसे लिए थें। इसके बाद दर्शन हीरानंदानी का एक साइन किया हुआ एफिडेविट भी सामने आया था। जिसमें हीरानंदानी ने दावा किया कि मोइत्रा ने अडानी ग्रुप के मामले में पीएम मोदी की छवि खराब करने के लिए पैसे और गिफ्ट लिए थें।

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