इंडिया न्यूज ( नई दिल्ली ) : झारखंड के सम्मेद शिखर जी को धार्मिक की बजाय पर्यटक स्थल घोषित करने पर जैन धर्म के लोगों का प्रदर्शन लगातार जारी है. देश भर के विभिन्न हिस्सों में इस समुदाय से जुड़़े लोगों ने अलग अलग तरीके से प्रदर्शन किया. वही अन्य कई हिस्से में जैन समुदाय के लोगों में प्रदर्शन जारी है.इस मामले में को अब बसपा सुप्रीमों और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मयावती का साथ मिला है. मायावती ने इस मामले को लेकर ट्वीट किया और सरकार को घेरा.
मायावती ने किया है ये ट्वीट
माया ने कहा कि देश में सभी को अपने धर्म के अनुसार रहने की पूरी स्वतंत्रता है. अगर जैन समाज अपने धर्म के लिए आंदोलन कर रहा है तो ये चिंता का विषय है. माया ने लिखा कि “भारत जैसे धर्मनिरपेक्ष देश में अब जैन धर्म के लोगों को भी अपने धार्मिक स्थलों की सुरक्षा व पवित्रता के लिए देश के विभिन्न हिस्सों में आन्दोलित होकर इण्डिया गेट सहित सड़कों पर जबरदस्त तौर पर प्रदर्शन करना पड़ रहा है, यह अति-दुःख व चिन्ता की बात है.”
अपने अगले ट्वीट में बसपासुप्रीमो ने लिखा कि “केन्द्र व राज्य सरकारें टूरिज़्म के विकास आदि को बढ़ावा देने के नाम पर कमर्शियल दृष्टिकोण से जिन गतिविधियों को अंधाधुंध बढ़ावा दे रही हैं उससे श्रद्धालुओं में खुशी कम व असंतोष ज्यादा है. सरकारें धर्म की अध्यात्मिकता तथा धार्मिक स्थलों की पवित्रता बरकरार रखे तो बेहतर”
देश भर में हो जैन समाज में कर रहा प्रदर्शन
झारखंड के सम्मेद शिखर जी को पर्यटन स्थल घोषित करने को लेकर जैन समाज लगातार प्रदर्शन कर रहा है. वही इसे धार्मिक स्थल ही रहने की मांग कर रहा है. इसको लेकर पिछले दिनो जैन समाज के लोगों ने मौन जूलुस निकाल कर अपना विरोध दर्ज कराया था. झारखंड से निकला ये मामला पूरे देश में फैल गया है. जैम समाज के लोग सरकार के इस फैसले से काफी नाराज़ है और इसे पर्यटन से हटा कर धार्मिक स्थल ही रखने की मांग कर रहे हैं.
झारखंड के सम्मेद शिखरजी को पर्यटक स्थल घोषित करने का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब इस मामले में बसपा सुप्रीमो मायावती का भी समर्थन मिल गया है.
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