India News (इंडिया न्यूज़), NIA Chargesheet, कोलकाता: राष्ट्रीय जांच एजेंसी को पश्चिम बंगाल में जून 2022 में बड़ी मात्रा में इलेक्ट्रॉनिक डेटोनेटर और विस्फोटक जब्त करने के मामले में पांच लोगों के खिलाफ चार्जशीट दायर की। इसमें नवंबर 2022 में खुदकुशी करने वाले एक आरोपी मनोज कुमार के खिलाफ चार्जशीट में आरोप हटा दिया गया। पश्चिम बंगाल की एक विशेष कार्य बल (एसटीएफ) की टीम ने शुरुआत में 30 जून, 2022 को मोहम्मद बाजार पुलिस स्टेशन में एक कार को रोके जाने के बाद मामला दर्ज किया था।
- इतने विस्फोटक से बंगाल का एक हिस्सा उड़ जाता
- कई आरोपी पकड़े गए
- कई धारओं में मामला दर्ज
टीम ने 81,000 इलेक्ट्रिक डेटोनेटर जब्त किए थे और वाहन चालक आशीष केओरा को गिरफ्तार किया। उसके बाद विभिन्न स्थानों पर सिलसिलेवार तलाशी ली गईं, जिससे और बरामदगी हुई। तलाशी के दौरान 2,525 इलेक्ट्रिक डेटोनेटर, 27,000 किलोग्राम अमोनियम नाइट्रेट और 1,625 किलोग्राम जिलेटिन की छड़ें पकड़ी गई। एक अन्य आरोपी रिंटू एसके उर्फ मुंतज अली के अवैध गोदाम से जब्त की गईं।
अन्य आरोपी भी मिले
इसके अलावा, आरोपी मुकेश सिंह के घर से 410 डेटोनेटर जब्त किए गए जबकि आरोपी मुख्तार खान उर्फ इमरान के कब्जे से 45.75 किलोग्राम जिलेटिन की छड़ें और 1,200 इलेक्ट्रिक डेटोनेटर बरामद किए गए।
कई और जगहों पर भी छापा
20 सितंबर, 2022 को मामले को अपने हाथ में लेने वाली एनआईए द्वारा की गई जांच में पता चला कि आशीष केओरा, रिंटू एसके उर्फ मुंतज अली, मुकेश सिंह, मुख्तार खान उर्फ इमरान और (दिवंगत) मनोज कुमार उर्फ मनोज मोदी सहित सभी आरोपियों ने अवैध खनन में शामिल व्यक्तियों को विस्फोटक सामग्री और डेटोनेटर की आपूर्ति करने की आपराधिक साजिश की।
इन धारओं में मामला दर्ज
आशीष केओरा, रिंटू एसके, मुकेश सिंह और मुख्तार खान को भारतीय दंड संहिता की धारा 120 बी, 201 और 34 के तहत चार्जशीट किया गया है और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम की धारा 4 और 5 के धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। अभी इस मामले की जांच चल रही है।
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