India News ( इंडिया न्यूज़ ) Pakistan News : पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ( Imran khan ) इन दिनों चर्चा में खूब बने हुए हैं। दरअसल इमरान खान भ्रष्टाचार के एक मामले में निचली अदालत की ओर से खुद को दोषी ठहराए दिए जाने के फैसले को चुनौती देते हुए मंगलवार को अपील दायर की और कहा कि एक ‘पक्षपाती’ न्यायाधीश का फैसला ‘उचित प्रक्रिया और निष्पक्ष सुनवाई में घोर लापरवाही’ और ‘न्याय का घोर उपहास’ है। खान को तोशाखाना भ्रष्टाचार मामले में इस्लामाबाद की अदालत की ओर से ‘भ्रष्टाचार’ का दोषी ठहराए जाने के तुरंत बाद शनिवार को गिरफ्तार कर लिया गया।

भ्रष्टाचार के मामले में चल रहा है मुकदमा

बता दें भ्रष्टाचार के मामले में अपनी दोषसिद्धि और तीन साल की जेल की सजा को चुनौती दी है। पूर्व प्रधानमंत्री की ओर से उनके वकील ख्वाजा हरीस और गौहर अली खान ने यह याचिका दायर की। याचिका में निचली अदालत के फैसले को अमान्य घोषित करने का अनुरोध करते हुए कहा गया है, ‘तोशाखाना मामले में निचली अदालत का फैसला कानून के खिलाफ है।

याचिका में जज पर लगाए गंभीर आरोप

याचिका में कहा गया है कि निचली अदालत का यह फैसला ‘उचित (कानूनी) प्रक्रिया और निष्पक्ष सुनवाई में घोर लापरवाही’ और ‘न्याय का घोर उपहास’ है। याचिका में आरोप लगाया गया है कि निचली अदालत के न्यायाधीश ने पांच अगस्त का फैसला ‘पहले से ही लिख लिया था’ और रेखांकित किया कि किस तरह से निचली अदालत के न्यायाधीश को ’35 पन्नों से अधिक के फैसले’ को सुनाने में महज ’30 मिनट’ लगे।

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