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India News (इंडिया न्यूज़), Papua New Guinea Earthquake: प्रकृति के द्वारा समय-समय पर मनुष्यों को चेतावनी दिया जाता रहा है। कभी सुनामी तो कभी भूकंप आदि तरीके से मनुष्यों के विकास के नाम पर प्रकृति के साथ किये जा रहे खिलवाड़ के लिए आगाह करता रहता है। इस बीच प्रशांत महासागर के दक्षिण में बसा देश पापुआ न्यू गिनी में रविवार (24 मार्च) को भूकंप के झटको से दहल उठा। संयुक्त राज्य भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण के मुताबिक, उत्तरी पापुआ न्यू गिनी में रविवार सुबह 6.9 तीव्रता का भूकंप आया। वहीं प्रशांत सुनामी चेतावनी केंद्र ने कहा कि इस अंतर्देशीय भूकंप से कोई सुनामी का खतरा नहीं था। जो स्थानीय समयानुसार सुबह 6:22 बजे (2022 GMT शनिवार) लगभग 35 किलोमीटर (21 मील) की गहराई पर आया था।
दरअसल, यूएसजीएस ने कहा कि, दक्षिण-पश्चिम वेवाक से लगभग 88 किलोमीटर (54 मील) दूर भूकंप आया था। 25,000 लोगों की आबादी वाला पापुआ न्यू गिनी का यह शहर पूर्वी सेपिक प्रांत की राजधानी के रूप में कार्य करता है। वहीं इस भूकंप से क्षति या चोट की कोई तत्काल रिपोर्ट नहीं आई थी। इस भूकंप के झटके की प्रारंभिक तीव्रता 7.0 से कम कर दिया गया। बता दें कि, पापुआ न्यू गिनी में भूकंप के झटके आम हैं। जो भूकंपीय रिंग ऑफ फायर के शीर्ष पर स्थित है।
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बता दें कि, पापुआ न्यू गिनी के पास तीव्र टेक्टोनिक गतिविधि का एक चाप जो दक्षिण पूर्व एशिया और प्रशांत बेसिन में फैला हुआ है। खैर वे विरल आबादी वाले जंगल के ऊंचे इलाकों में व्यापक क्षति नहीं पहुंचाते हैं। परंतु, वे विनाशकारी भूस्खलन को ट्रिगर कर सकते हैं। पिछले साल अप्रैल में कम से कम सात लोग मारे गए थे। जब देश के अंदरूनी इलाके में जंगल से घिरे इलाके में 7.0 तीव्रता का भूकंप आया था। दरअसल इस टापू राष्ट्र के नौ मिलियन नागरिकों में से कई प्रमुख कस्बों और शहरों के बाहर रहते हैं। जहां कठिन इलाके और सीलबंद सड़कों की कमी खोज और बचाव प्रयासों में गंभीर बाधा डाल सकती है।
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