संबंधित खबरें
Himachal BPL Rules: सरकार ने बदली 'गरीबी' की परिभाषा, जानें अब कौन कहलाएगा गरीब? BPL के नए नियम जारी
नए साल पर घूमने जानें से पहले पढ़े UP-NCR की ट्रैफिक एडवाइजरी, ये हैं रूटों का प्लान
Maha Kumbh 2025: कुंभ की तैयारियों को देख अखिलेश ने बांधे तारीफों के पुल, बोले- कमियों की तरफ खींचते रहेंगे ध्यान
kota Night Shelters: खुले आसमान के नीचे सोने को मजबूर लोग, अब तक नहीं किया गया रैन बसेरे का इंतजाम
Kotputli Borewell Rescue: 65 घंटे से बोरवेल में फंसी मासूम चेतना, रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी, मां की बिगड़ी तबीयत
Ajmer Bulldozer Action: दरगाह के पास चला निगम का पीला पंजा, अवैध अतिक्रमण साफ, कार्रवाई से क्षेत्र में मचा हड़कंप
India News ( इंडिया न्यूज़ ) PM Modi US Vist : देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 21 से 24 जून तक अमेरिका के दौरे पर रहेंगे। इस दौरान उनकी अमेरिका की शीर्ष बीस कंपनियों के प्रमुखों से मुलाकात होने की उम्मीद है। इसके अलावा, प्रधानमंत्री वॉशिंगटन के जॉन एफ. केनेडी सेंटर में 1500 से ज्यादा प्रवासी भारतीयों और उद्योगपतियों को संबोधित कर सकते हैं। बता दें इन कारोबारियों से भी मिलेंगे पीएम मोदी,कार्यक्रम से जुड़े दो लोगों ने बताया कि मास्टरकार्ड, एक्सेंचर, कोका-कोला कंपनी, एडोब सिस्टम्स और वीजा सहित अमेरिकी कंपनियों के शीर्ष 20 व्यापारिक नेताओं के प्रधानमंत्री से निजी तौर पर मिलने की संभावना है। डॉ. मुकेश अघी के नेतृत्व वाला बिजनेस एडवोकेसी ग्रुप, यूएस-इंडिया स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप फोरम (यूएसआईएसपीएफ) एडोब सिस्टम्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) शांतनु नारायण; एक्सेंचर की सीईओ जूली स्वीट; वीजा इंक के सीईओ रयान मैकइनर्नी, मास्टरकार्ड के सीईओ माइकल मिबैक; कोका कोला के सीईओ जेम्स क्विंसी सहित कुछ महत्वपूर्ण नामों के साथ बैठक की सुविधा प्रदान करेगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा से पहले यूएस-इंडिया स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप फोरम के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी मुकेश अघी ने सोमवार (स्थानीय समयानुसार) को कहा कि भारत और अमेरिका एक-दूसरे पर संदेह से उबर रहे हैं। मुकेश अघी ने कहा कि वे भारत और अमेरिका के बीच बहुत अधिक मजबूत, गहरे और व्यापक संबंध देख रहे हैं। अघी ने कहा कि भारत अंतरराष्ट्रीय मंचों पर स्वतंत्र रुख अपना रहा है। हालांकि, उन्होंने कहा कि भारत भी अमेरिका के रुख का समर्थन करता है।
पिछले कुछ वर्षों में भारत-अमेरिका संबंधों में आए बदलाव के संबंध में एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, ‘ठीक है, जब प्रधानमंत्री ने पहली बार कांग्रेस (अमेरिकी संसद) के संयुक्त सत्र में बात की, तो उन्होंने कहा कि हमें इतिहास की हिचकिचाहट को दूर करने की जरूरत है। मुझे लगता है कि हम जो देख रहे हैं वह यह है कि दोनों पक्ष करीब आ रहे हैं, एक-दूसरे के संदेह पर काबू पा रहे हैं। उन्होंने आगे कहा, भारत में 1988 में प्रतिबंध थे और भारत उन प्रौद्योगिकियों को नहीं ला सका। अब हम देख रहे है कि कई प्रौद्योगिकियां भारत में जा रही हैं। हम देख रहे हैं कि भारत अंतरराष्ट्रीय मंच पर कदम बढ़ा रहा है, एक स्वतंत्र रुख अपना रहा है। यह अमेरिका की स्थिति का भी समर्थन करता है। इसलिए, मुझे लगता है कि हम एक अधिक ठोस, गहरे और व्यापक संबंध देख रहे हैं।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.