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India News (इंडिया न्यूज),Poonch: जम्मू-कश्मीर के पुंछ में शुक्रवार शाम आतंकवादियों ने सेना के वाहनों पर हमला कर दिया। जिसके बाद जवानों द्वारा जवाबी फायरिंग की गई। अभी तक इस घटना में किसी के घायल होने या मौत की कोई ख़बर नहीं है। मिल रही जानकारी के मुताबिक शुरुआती गोलीबारी के बाद आतंकवादी भागने में सफल रहे। रिपोर्ट्स के मुताबिक, सेना के जिस काफिले पर हमला हुआ, उसमें कई गाड़ियां शामिल हैं।
यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ लेफ्टिनेंट जनरल उपेन्द्र द्विवेदी सहित उच्च पदस्थ अधिकारी बार-बार होने वाले आतंकी हमलों से निपटने के लिए रणनीति विकसित करने के लिए पुंछ में हैं। पिछले कुछ हफ्तों में इस क्षेत्र में सेना पर यह दूसरा आतंकी हमला है। राजौरी के डेरा की गली में घात लगाकर किए गए हमले में चार सैनिक मारे गए और पांच अन्य घायल हो गए। आज शाम हमला पुंछ के कृष्णाघाटी सेक्टर में उस स्थान से 40 किमी दूर हुआ।
2003 से पीर पंजाल क्षेत्र, राजौरी और पुंछ आतंकवाद से मुक्त थें। लेकिन अक्टूबर 2021 से बड़े हमले फिर से शुरू हो गए हैं। पिछले सात महीनों में, अधिकारियों और कमांडो सहित 20 सैनिक मारे गए हैं। पिछले दो वर्षों में इन क्षेत्रों में कार्रवाई के दौरान 35 से अधिक सैनिक मारे गए हैं। सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने गुरुवार को कहा कि भारत के विरोधी जिन्हें पाकिस्तान के संदर्भ में देखा जाता है, राजौरी और पुंछ क्षेत्रों में आतंकवादियों को सहायता देने में “सक्रिय भूमिका” निभा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि “पिछले पांच से छह महीनों में राजौरी और Poonch में आतंकवाद बढ़ गया है। ये चिंता की बात है। अगर आप देखें…2003 से पहले उस इलाके में आतंकवाद लगभग ख़त्म हो चुका था। साल 2017-18 तक वहां शांति थी। लेकिन अब हमारे विरोधी वहां सक्रिय हो गए हैं।” जनरल पांडे ने राजौरी में स्थिति को सुधारने के लिए नौ सूत्री कार्य योजना भी साझा किया। जिसमें खुफिया जानकारी बढ़ाना और पुलिस और स्थानीय सुरक्षा अधिकारियों के साथ बेहतर तालमेल शामिल है। जनरल द्वारा रेखांकित नौ बिंदुओं में स्थानीय आबादी तक पहुंच बनाने और मानवाधिकारों के प्रति सम्मान पर जोर देना भी शामिल है।
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