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इंडिया न्यूज़ (लंदन):बजरंग पुनिया ने चल रहे राष्ट्रमंडल खेलों 2022 में कुश्ती के खेल में भारत को अपना पहला स्वर्ण पदक दिलाया था,उन्होंने पुरुषों के 65 किग्रा फ्रीस्टाइल कुश्ती फाइनल में कनाडा के लछलन मैकनील को हराया था, कुछ देर बाद, 2016 रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता साक्षी मलिक ने भारत के लिए कुश्ती से दूसरा स्वर्ण जीता,उन्होंने महिलाओं के 62 किग्रा वर्ग में कनाडा की एना गोंजालेज को हराया,भारत की ख़ुशी यही नहीं रुकी क्योंकि दीपक पुनिया ने पुरुषों के 86 किग्रा वर्ग में पाकिस्तान के मुहम्मद इनाम को हराकर तीसरा स्वर्ण पदक अपने नाम किया.
बजरंग पुनिया एक ओलंपिक कांस्य पदक विजेता (टोक्यो 2020) हैं और उनके नाम राष्ट्रमंडल खेलों में एक स्वर्ण और एक रजत पदक भी है। विश्व चैंपियनशिप में उनके नाम एक रजत और दो कांस्य पदक हैं। बजरंग ने अपने राष्ट्रमंडल खेलों के करियर की शुरुआत 2014 में ग्लासगो में 61 किग्रा वर्ग में रजत पदक से की थी। उन्होंने उसी वर्ष इंचियोन में एशियाई खेलों में रजत पदक जीता था। वह 2018 में 65 किग्रा वर्ग में चले गए और गोल्ड कोस्ट में सीडब्ल्यूजी में स्वर्ण जीता और इसके बाद जकार्ता में एशियाड स्वर्ण पदक जीता। उनके करियर का सबसे बड़ा पल 2021 में आया जब वह टोक्यो में कांस्य पदक जीतकर ओलंपिक पदक विजेता बने.
वहीं साक्षी मलिक के लिए राष्ट्रमंडल खेलों में यह पहला स्वर्ण पदक है। उन्होंने 2014 में 58 किग्रा वर्ग में रजत और 2018 में 62 किग्रा वर्ग में कांस्य पदक जीता था। 2019 में विश्व चैंपियनशिप के रजत पदक विजेता दीपक के लिए,यह किसी सीनियर इवेंट में पहला बड़ा स्वर्ण पदक है.
इन तीनों खिलड़ियों ने भारत के प्रो कुश्ती लीग को एक बड़ा और अच्छा प्लेटफार्म बताया है,यह तीनों खिलाडी इस लीग में खेल चुके है.
प्रो कुश्ती लीग में साक्षी मलिक
प्रो कुश्ती लीग की शुरुआत साल 2015 में की गई थी,इसको प्रोस्पोर्टिफाई और भारतीय कुश्ती संघ की पहल पर शुरू किया गया था,इसमें छह टीम खेलती है जो भारत के छह शहरों का प्रतिनिधित्व करती है,यह टीम है दिल्ली सुल्तांस,हरियाणा हैमर्स,मुंबई महारथी,यूपी दंगल,एमपी योद्धा और एनसीआर पंजाब रॉयल्स.
प्रो कुश्ती लीग में बजरंग पुनिया
बजरंग पुनिया प्रो कुश्ती लीग में एनसीआर पंजाब रॉयल्स की तरफ से खेलते है,साक्षी मलिक दिल्ली सुल्तान और दीपक पुनिया मुंबई महारथी की तरफ से खेलते है.
साल 2016 में रियो ओलिंपिक में कांस्य पदक जीतने के बाद साक्षी मलिक ने कहा था की प्रो कुश्ती लीग की वजह से उनका ओलिंपिक में पदक जीतने का सपना पूरा हुआ,साक्षी के अनुसार प्रो कुश्ती लीग ने उन्हें वह मंच और पहचान दी, जिसके वजह से वह ओलिंपिक पदक जीत पाई.
साक्षी ने यह भी कहा था की प्रो कुश्ती लीग की वजह से ही वह फ्रांस और बुल्गारिया जैसे देशो में जा पाई और ओलम्पिक के लिए बेहतर प्रशिक्षण ले पाई.
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