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अधिवेशन के भाषण में राहुल गांधी ने खेला इमोशनल कार्ड, कांग्रेस के अंदर कई बदलाव, जानें क्या-क्या बदला

Roshan Kumar • LAST UPDATED : February 26, 2023, 2:47 pm IST
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अधिवेशन के भाषण में राहुल गांधी ने खेला इमोशनल कार्ड, कांग्रेस के अंदर कई बदलाव, जानें क्या-क्या बदला

congress leader rahul gandhi and congress conference

Rahul gandhi and Congress Conference: कांग्रेस अधिवेशन के अंतिन दिन आज राहुल गांधी ने सभा को संबोधित किया। इस दौरान परिवार से लेकर देश तक कई मुद्दों पर उन्होंने खुलकर बात की आइये आपको एक-एक करके बताते है कि राहुल गांधी ने क्या कहा और तीन दिन कांग्रेस के अधिवेशन में क्या-क्या हुआ-

भारत जोड़ो यात्रा से सीखा

राहुल गांधी ने कहा, ‘4 महीने कन्याकुमारी से श्रीनगर तक भारत जोड़ो यात्रा हमने की। वीडियो में आपने मेरा चेहरा देखा, लेकिन हमारे साथ लाखों लोग चले। बारिश, गर्मी और बर्फ में हम सब एकसाथ चले। बहुत कुछ सीखने को मिला। आपने देखा हो कि पंजाब में एक मैकेनिक आकर मुझसे मिला। मैंने उसके हाथ पकड़े और सालों की उसकी तपस्या, उसका दर्द और दुख मैंने पहचान लिया। लाखों किसानों के साथ जैसे ही हाथ मिलाता था, गले लगता था एक ट्रांसमिशन सा हो जाता था।’

मेरा घर आज तक नहीं

राहुल गांधी ने एक पुराना किस्सा सुनाया और कहा कि 52 साल से मेरे पास घर नहीं। एक पुराना किस्सा सुनाते हुए राहुल गांधी ने कहा कि मैं छोटा था, 1977 की बात है। चुनाव आया, मुझे उसके बारे में कुछ नहीं मालूम था। घर में अजीब सा माहौल था। मैंने मां से पूछा मम्मी क्या हुआ।  मां कहती हैं कि हम घर छोड़ रहे हैं। तब तक मैं सोचता था कि वो घर हमारा था। मैंने मां से पूछा हम घर क्यों छोड़ रहे हैं। पहली बार मां ने मुझे बताया कि ये हमारा घर नहीं है। ये सरकार का घर है। 52 साल हो गए मेरे पास घर नहीं है। आज तक मेरा पास घर नहीं है।’

अडानी की रक्षा क्यों?

राहुल गांधी ने यह सवाल पूछा कि मैनें संसद में फोटो दिखाई जिसमें मोदी, अडानी के प्लेन में बैठे थे। भाजपा के सभी मंत्री अडानी की रक्षी करने में लग गए। सवाल है क्यों? शेल कंपनियां का हजारों करोड़ किसका है, क्यों जेपीसी जांच नहीं हो रही है।

विदेश मंत्री पर साधा निशाना

राहुल गांधी ने विदेश मंत्री एस जयशंकर पर निशाना साधते हुए कहा कि एक नेता ने इंटरव्यू में कहा कि चीन की इकॉनमी हमसे बड़ी है तो हम उनसे कैसे लड़ सकते हैं। क्या जब अंग्रेजों से लड़ रहे थे, तो हमारी इकॉनमी उनसे बड़ी थी। क्या शक्तिमान से लड़ना ही नहीं हैं। ऐसे व्यवहार को कायरता कहा जाता है। ये सावरकर की सोच है कि जो आपसे तगड़ है तो उसके सामने सिर झुका हो।

कांग्रेस के संविधान में यह बदलाव-

1– अनूसूचित जाति, आदिवासी, अल्पसंख्यकों और पिछड़ों के लिए AICC डेलीगेट्स और सभी पदों पर 50 फीसदी पद आरक्षित होंगे। 50 फीसदी पदों में 50 साल से कम के लोगों की भागीदारी होगी।

2– 1 जनवरी 2025 से कांग्रेस में अब पेपर मेंबरशिप नहीं होगी, सिर्फ डिजिटल मेंबरशिप होगी।
3– कांग्रेस के फार्म में थर्ड जेंडर की चर्चा होगी, अब फार्म में मां और पत्नी का नाम भी लिखा जाएगा।
4– ब्लॉक, जिला और प्रदेश स्तर पर जहां भी कांग्रेस के चुने हुए सदस्य हैं। वे सभी डेलीगेट्स होंगे।
5– सदस्यतता से सशक्तिकरण की ओर अब 6 पीसीसी डेलिगेट्स मेंबर पर एक AICC मेंबर चुना जाएगा। अभी तक आठ पर चुना जाता था।
6– AICC मेंबर की संख्या 1240 से बढ़कर 1653 हो जाएगी।

वन मैन, वन पोस्ट से किनारा

कांग्रेस के उदयपुर चिंतिन शिविर में यह फैसला किया गया था कि वन मैन, वन पोस्ट का सिद्धांत पार्टी में लागू होगा। लेकिन अब फैसले से किनारा कर लिया गया है। यह भी फैसला किया गया था कि एक परिवार से एक व्यक्ति को ही टिकट मिलेगा। अब संशोधन समीति ने उदयपुर चिंतन शिविर के इस फैसले से भी किनारा कर लिया है।

पहले दिन फैसला

अधिवेशन के पहले दिन स्टीयरिंग कमेटी की बैठक हुई। इसमें यह फैसला हुआ कि कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) के चुनाव नहीं होंगे। बैठक में शामिल सदस्यों ने आम सहमति से कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को CWC मेंबर चुनने का अधिकार दिया।

दूसरे दिन भाषण 

दूसरे दिन पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पू्र्व अध्यक्ष सोनिया गांधी का संबोधन हुआ। खड़गे ने कहा कि 2024 लोकसभा चुनाव में भाजपा को हराने के लिए पूरे विपक्ष को एक मंच पर आना होगा। विपक्षी पार्टियों को थर्ड फ्रंट से बचना चाहिए। वही सोनिय गांधी ने अपने संबोधन में राजनीति से रिटायरमेंट का इशारा दिया। उन्होंने कहा “1998 में जब मैं पहली बार पार्टी अध्यक्ष बनी तब से लेकर आज तक यानी पिछले 25 सालों में बहुत कुछ अच्छा और कुछ बुरा अनुभव भी रहा।

उन्होंने आगे कहा ” 2004 और 2009 में पार्टी का परफॉर्मेंस हो या फिर मनमोहन सिंह को प्रधानमंत्री बनाने का मेरा निर्णय। यह व्यक्तिगत तौर पर मेरे लिए संतोषजनक रहा। इसके लिए पार्टी कार्यकर्ताओं का मुझे पूरा सहयोग मिला। जिस बात से मुझे सबसे ज्यादा संतुष्टि है, वह ये कि भारत जोड़ो यात्रा के साथ अब मेरी पारी समाप्त हो सकती है। ये पार्टी के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ है।”

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