India News (इंडिया न्यूज़), Rajnath Singh on Emergency, नई दिल्ली: आगरा के कागारौल में एक जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने आपातकाल को लेकर बड़ा बयान दिया है। राजनाथ सिंह ने कहा कि आज 25 जून का दिन है। इसी दिन 1975 में उस समय की कांग्रेस सरकार ने आपातकाल लगाया था और लोकतंत्र का गला घोंट दिया गया था। बता दें देश में लगे ‘आपातकाल’ को आज 48 साल पूरे हो चुके हैं। साल 1975 में जब देश की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के एक फैसले से भारत थम गया था। 18 महीनों से ज्यादा वक्त तक देश में इमरजेंसी लागू रहा।राष्ट्रपति ने इंदिरा गांधी के फैसले के बाद 25 जून, 1975 को देश में आपातकाल लागू करने के फैसले पर साइन किए थे।
लोकतंत्र का घोंट दिया गया था गला
केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “आज 25 जून का दिन है। इसी दिन 1975 में उस समय की कांग्रेस सरकार ने आपातकाल लगाया था और लोकतंत्र का गला घोंट दिया गया था। लाखों की संख्या में विरोधी दल के नेताओं को जेल में डाल दिया गया था। मैं उस समय जिलाअध्यक्ष के रूप में काम करता था, मैं केवल 23 वर्ष का था मुझे भी उठा कर जेल में डाल दिया गया था। यह लोकतंत्र के इतिहास में सबसे काला अध्याय है।”
इस वजह से लगाया गया था आपातकाल
आखिर इंदिरा गांधी की सरकार ने देश में आपातकाल लगाने का फैसला क्यों किया? इस सवाल के जवाब में बता दें कि 12 जून 1975 का वो दिन था जब एक मामले में इलाहाबाद हाई कोर्ट ने फैसला सुनाया कि इंदिरा ने लोकसभा चुनाव में गलत तौर-तरीके अपनाए। उसके बाद वो दोषी करार दी गईं। बस क्या था इंदिरा गांधी का चुनाव रद्द कर दिया गया। ऐसे में बहुत लोग मानते हैं कि सत्ता जाने के डर से इंदिरा ने इमरजेंसी का ऐलान कर दिया।
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