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Sachin Pilot: गहलोत की नेता सोनिया गांधी नहीं वसुंधरा राजे, मुख्यमंत्री पर जमकर बरसे पायलट, निकालेंगे जन संघर्ष यात्रा

Roshan Kumar • LAST UPDATED : May 9, 2023, 1:37 pm IST

India News (इंडिया न्यूज़), Sachin Pilot, जयपुर: धौलपुर में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का भाषण दर्शाता है कि उनकी नेता वसुंधरा राजे हैं न कि सोनिया गांधी। यह बातें कांग्रेस नेता और राजस्थान के पूर्व उप-मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने अशोक गहलोत को लेकर कही। सचिन पायलट ने गहलोत पर बहुत तीखा हमला किया। उन्होंन अशोक गहलोत पर कांग्रेस को कमजोर करने का आरोप लगाया।

  • पैसे लेने के आरोपों का नकारा
  • गहलोत पर पार्टी को कमजोर करने का आरोप
  • 11 मई से अजमेर से जयपुर तक यात्रा

सचिन पायलट ने गहलोत के उन आरोपों का भी स्पष्ट रूप से खंडन किया जिसमें साल 2020 में बगावत करने वाले विधायकों पर पैस लेने का आरोप लगाया गया था। अशोक गहलोत ने कहा था कि विधायकों ने भाजपा और उन्हें अमित शाह से पैसे लिए अब वापस नहीं कर रहें।

11 मई से निकालेंगे यात्रा

पायलट ने कहा कि मैं 11 मई को अजमेर से एक जन संघर्ष यात्रा निकालूंगा और हम जयपुर की तरफ आएंगे। यह 125 किमी की यात्रा होगी। सही निर्णय तब लिए जाएंगे जब जनता का पूरा साथ होगा। पायलट ने पुरानी बातों को याद करते हुए कहा, “मुझे बहुत कुछ कहा गया कोरोना, गद्दार आदि। मैं ढाई साल से यह सब सुन रहा था लेकिन हम चुप थे क्योंकि हम अपनी पार्टी को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहते थे लेकिन अपने ही विधायकों और नेताओं को बदनाम करना और भाजपा का गुणगान करना मेरे समझ से परे है।”

भष्टाचार पर कार्रवाई नहीं

पायलट ने भी कहा कि मैं अब समझ गया हूं की क्यों सीएम (अशोक गहलोत) ने भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई नहीं की। धौलपुर में अशोक गहलोत का भाषण सुनकर मुझे समझ में आया कि हम पिछले 4.5 साल में भ्रष्टाचार के मामलों पर कार्रवाई क्यों नहीं कर पाए। जनता से बड़ा कोई नेता नहीं है। पायलट ने बीतें दिनों वसुंधरा सरकार में हुई भष्टाचार पर कार्रवाई नहीं होने का आरोप लगाते हुए जयपुर में एक दिन का उपवास किया था।

रविवार को सीएम ने दिया बयान

रविवार को धौलपुर में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए, गहलोत ने दावा किया कि वह कांग्रेस के कुछ विधायकों द्वारा 2020 के विद्रोह से बच गए क्योंकि भाजपा नेताओं वसुंधरा राजे और कैलाश मेघवाल ने धन बल के माध्यम से एक चुनी हुई सरकार को गिराने की साजिश का समर्थन करने से इनकार कर दिया।

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