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इंडिया न्यूज़, Gyan Chand Gupta on India News Haryana Manch: इंडिया न्यूज़ मंच पर आज हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता भी पहुंचे, जहां उन्होंने न केवल तीखे सवालों का जवाब दिया बल्कि सरकार की उपलब्धियां भी गिनवाई।
इंडिया न्यूज हरियाणा मंच पर चर्चाओं के बीच ज्ञान चंद गुप्ता जी से पूछा गया कि जब आपने कुर्सी संभाली तो कई ऐसे मुद्दे थे जिन्हें छेड़ने का प्रयास भी नहीं किया जाता था। अधिकार को लेकर लड़ाई थी। विधानसभा में कमरे पर्याप्त नहीं थे। आपके पास आज भी नहीं है। ऐसे में कहां तक जो मुद्दे उठाए गए हैं, चाहे वो अपने मौजूदा विधानसभा परिसर में कमरों की लड़ाई हो चाहे बाकी मुद्दों की बात हो, विधानसभा आज के समय में कहां और किन किन मुद्दों पर काम कर पाए?
इस पर ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा कि विधानसभा के अंदर या कहीं भी अपने हक की लड़ाई लड़नी पड़ती है। यदि हमें अपना हक नहीं मिल रहा तो उसके लिए मांग करनी पड़ती है। 1966 के अंदर हमारा पंजाब और हरियाणा का विभाजन हुआ था। पंजाब को 60 प्रतिशत हिस्सा और हरियाणा को 40 प्रतिशत हिस्सा दिया गया। लेकिन पता नहीं क्या कारण रहे होंगे जो 60 प्रतिशत हिस्सा पंजाब का था और 40 प्रतिशत हिस्सा हरियाणा का था, उस 40 प्रतिशत हिस्से में से हमें केवल 27 प्रतिशत मिला।
13 प्रतिशत हिस्सा अभी भी पंजाब के पास है। मैंने यह मुद्दा विधानसभा के अंदर रखा और मैंने विधानसभा के अंदर इसकी चर्चा की। तो मुझे इस बात की खुशी है कि पूरा चाहे वो विपक्ष था या सत्ता पक्ष, भूपेंद्र सिंह हुड्डा विपक्ष के नेता थे, जब हमने विधानसभा में चर्चा की तो सबने कहा कि हां हमें अपना हक मिलना चाहिए। और इस हक की लड़ाई को लेकर हम पंजाब के राज्यपाल को मिले और एक ज्वाइंट सत्ता पक्ष व विपक्ष का डेलिगेशन आदरणीय राज्यपाल पंजाब से मिला और कहा कि ये 1966 का फैसला है और उस फैसले के तहत जो हमें कमरे या हमारा स्थान है वह तुरंत हमें मिलना चाहिए। उसकी लड़ाई हम आज भी लड़ रहे हैं।
इसके पश्चात हरियाणा प्रदेश के अंदर जो आज जगह का अभाव है, उसको देखते हुए मैंने विधानसभा के अंदर ही रखा कि हमें क्योंक पूरा स्थान नहीं मिला है, आज जो एक अच्छी विधानसभा के लिए सुविधाएं मिलनी चाहिए, आज वाे विधानसभा के अंदर नहीं है। आज विधानसभा के अंदर सदस्यों की संख्या 90 है और 2026 के बाद 125 की संख्या हो सकती है। हमारे पास काम करने के लिए भी स्थान नहीं है।
ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि हमारा चंडीगढ़ पर उतना ही हक है जितना पंजाब का है। चंडीगढ़ में ये कोई पहली बिल्डिंग नहीं बन रही। अगर हरियाणा की विधानसभा जिसकी आज बहुत आवश्यकता है, चंडीगढ़ के अंदर बनती है तो उसे चंडीगढ़ के अंदर हरियाणा विधानसभा के सदस्यों को काम करने की सुविधाएं होंगी। जो आवश्यकताएं हैं, वो पूरी होंगी।
जब ज्ञानचंद गुप्ता से पूछा गया कि पहले ही आपको 40 प्रतिशत हिस्सा पूरा नहीं मिला है और ऊपर से नई जगह पर विधानसभा बनाने से तो पहले वाली जगह भी आप पंजाब के सुपुर्द कर देंगे, इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि नहीं इसके ऊपर हम कोई भी अपना हक छोड़ने वाले नहीं है। मौजूदा विधानसभा में हमारे अन्य जाे कार्यालय है, वो काम करेंगे। लेकिन जो नई विधानसभा है वो आज की आवश्यकताओं के अनुसार उस विधानसभा का निर्माण किया जाएगा।
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