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India News ( इंडिया न्यूज़ ),Starlink in India: टेस्ला और ट्विटर के मालिक एलन मस्क अपने स्टारलिंक सैटेलाइट ब्रॉडबैंड को भारत में लाने पर विचार कर रहे है। जिसके ऊपर मस्क का कहना है कि, वह भारत में स्टारलिंक लॉन्च करने के इच्छुक हैं, जो उन दूरदराज के गांवों में “अविश्वसनीय रूप से सहायक” हो सकता है जहां इंटरनेट नहीं है या हाई स्पीड सर्विस की कमी है। जानकारी के लिए बता दें कि, मंगलवार को अमेरिका में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ एक बैठक के बाद मस्क ने यह घोषणा की है।
आपको बता दें कि, स्टारलिंक एक सेटेलाइट बेस्ड इंटरनेट सर्विस है, जिसे SpaceX द्वारा बनाया गया है। स्टारलिंक, हजारों छोटे सेटेलाइट की मदद से हाई स्पीड इंटरनेट सर्विस प्रोवाइड करता है। स्टारलिंक इंटरनेट सर्विस देने के लिए लो अर्थ आर्बिट सेटेलाइट का इस्तेमाल करती है। स्टारलिंक अपने सैटेलाइट लो अर्थ आर्बिट की संख्या भी लगातार बढ़ा रहा है। धरती से तकरीबन 500 किलोमीटर की ऊंचाई पर मौजूद रहने वाला एक सेटेलाइट 90 मिनट में पूरी पृथ्वी का चक्कर लगा लेता है। ऐसे में 2200 सेटेलाइट सिर्फ इंटरनेट देने के लिए न सिर्फ हाई स्पीड बल्कि धरती के प्रत्येक कोने में इसकी सुविधा देने में सक्षम हैं। स्टारलिंक को साल 2019 में शुरू किया गया था और अब यह दुनियाभर के 56 से ज्यादा देशों में सेटेलाइट इंटरनेट एक्सेस कवरेज प्रदान करती है।
बता दें कि, एलन मस्क के लिए भारत में ब्रॉडबैंड सेक्टर में स्टारलिंक लाना आसान नहीं होने वाला है। बता दें कि, इससे पूर्व में भी मस्क का यह बयान 2021 में भारत में स्टारलिंक को लॉन्च करने के प्रयास के बाद आया है, जिसमें बिना लाइसेंस के बुकिंग लेने के लिए स्थानीय नियामकों की आलोचना हुई थी, और अब वह टेस्ला फैक्ट्री स्थापित करने के लिए भारत के साथ बातचीत कर रहे हैं। अगर स्टारलिंक भारत आती है तो उसका सीधा मुकाबला अंबानी के जियो फाइबर से होगा। वहीं अंबानी के लिए सैटेलाइट ब्रॉडबैंड में विदेशी प्रतिस्पर्धा को दूर रखना बड़ा झटका होगा। हालांकि, उनके रिलायंस जियो के पास पहले से ही 439 मिलियन टेलीकॉम यूजर्स हैं, जो इसे मार्केट में अग्रणी बनाते हैं। जियो की 8 मिलियन वायर्ड ब्रॉडबैंड कनेक्शन, यानी मार्केट पर 25 प्रतिशत की हिस्सेदारी है।
मिली जानकारी के अनुसार भारत में स्टारलिंक के आने से देश में इंटरनेट की स्पीड में काफी इजाफा होने के आसार है। बता दें कि, वर्तमान में भारतीय इंटरनेट कंपनीयां 300Mbps की स्पीड का दावा करती है। हालांकि, सभी जगह इतनी स्पीड नहीं है, लेकिन भारत में स्टारलिंक की एंट्री से देश के इंटरनेट इकोसिस्टम में बड़ा बदलाव देखने मिलेगा।
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