बिज़नेस डेस्क/नई दिल्ली (SVB Crisis: This bank had invested in the early stages of Paytm): अमेरिका का 16वां सबसे बड़ा बैंक, सिलिकॉन वैली बैंक (SVB) को कैलिफोर्निया के डिपार्टमेंट ऑफ फाइनेंशियल प्रोटेक्शन और इनोवेशन ने ये आदेश जारी कर 10 मार्च को बंद कर दिया। इस बैंक के बंद होने से 60 से अधिक भारतीय स्टार्टअप्स को नुकसान हुआ है क्योंकि इस बैंक के सबसे ज्यादा ग्राहक स्टार्ट अप्स और टेक कंपनियां है। बैंक के डूबने के कारण अमरिकी सरकार ने 13 मार्च यानी आज तक, बैंक ट्रांजैक्शन पर रोक लगाई है।
- भारतीय स्टार्टअप को कैसे नुकसान ?
- क्यों डूबा बैंक ?
भारतीय स्टार्टअप को कैसे नुकसान ?
सिलिकॉन वैली बैंक के डूबने के कारण 60 से ज्यादा भारतीय स्टार्टअप्स को वित्तीय संकट और अन्य मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। 60 में से 40 स्टार्टअप्स ऐसे हैं जिनके 2 से 8 करोड़ रुपए इस बैंक में जमा हैं। इस तरह इन स्टार्टअप्स के बैंक में करीब 400 करोड़ रुपए जमा है।
अमरिकी सरकार के बैंक ट्रांजैक्शन पर लगी रोक के कारण इन स्टार्टअप्स का पैसा अटक गया है। स्टार्टअप्स को शुरुआत में पैसों की जरूरत होती है, ऐसे में तीन दिनों तक लगी रोक के कारण इन स्टार्टअप के कई ऑपरेशन रुक गए हैं। आपको बता दें कि इसी बैंक ने पेटीएम के शुरुआती दौर में निवेश किया था।
क्यों डूबा बैंक ?
एसवीबी बैंक में साल 2021 में 189 अरब डॉलर हिपॉजिट हुए थे लेकिन इसके बावजूद यह बैंक मार्च 2023 में डूब गया। जानकारों के मुताबिक बैंक डूबने के दो कारण हो सकते हैं। पहला, एसवीबी बैंक ने कई बॉन्ड्स खरीदे, जिसमें उसे नुकसान हुआ और इसी साल, 2023 में फेडरल रिजर्व बैंक ने टेक कंपनियों के लिए ब्याज दर को बढ़ा दिया था। इन दो कारणों का नतीजा यह हुआ कि ब्याज दर बढ़ने से टेक कंपनियों में फंडिंग की कमी हो गई और कंपनियां बैंक से पैसे निकालने लगी। बैंक बंद होने से ठीक एक दिन पहले यानी 9 मार्च को एसवीबी बैंक ने 21 अरब डॉलर की संपत्ति को 1.8 अरब डॉलर के नुकसान पर बेचा था।
ये भी पढ़ें :- अडाणी समूह ने 2.15 बिलियन अमरीकी डालर का चुकाया लोन, निवेशकों का भरोसा दोबारा जीतने की है कोशिश