Swiggy Layoff: स्टार्टअप और टेक कंपनियां लगाताक छंटनी कर रहीं हैं। अब इसी बीच नया नाम फूड डिलीवरी करने वाली कंपनी स्विगी (Swiggy) का भी जुड़ गया है। बता दें कि कंपनी ने अपने 380 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। इस बारे में कंपनी के प्रवक्ता ने शुक्रवार को बताया कि वेंचर फंडिंग मार्केट की मुश्किलों को देखते हुए बिजनेस को व्यवस्थित करने के लिए यह कदम उठाया गया है।
जानकारी के अनुसार, कंपनी के कर्मचारियों को नौकरी से निकाले जाने की जानकारी 20 जनवरी को एक टाउन हॉल में रखी गई मीटिंग में दी गई है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, स्विगी के सीईओ श्रीहर्ष मजेटी ने कहा, ”यह जरूरत से ज्यादा लोगों को नियुक्त करने के गलत फैसले का परिणाम है। हमें बेहतर करना चाहिए था।”
वहीं, कंपनी स्विगी के को-फाउंडर और सीईओ ने एक मेल भेजकर निकाले गए कर्मचारियों से मांफी भी मांगी है। जिसमें कहा गया है कि कईं बातों पर विचार करने के बाद यह बहुत मुश्किल फैसला किया गया है। उन्होंने कहा कि कंपनी की ग्रोथ रेट कंपनी के लक्ष्यों के विपरीत धीमी है।
स्विगी के सीईओ श्रीहर्ष मजेटी ने कहा, ”इसका मतलब है कि हमें अपने लाभ वाले लक्ष्य पाने के लिए सभी इनडायरेक्ट कॉस्ट की फिर से समीक्षा करनी होगी। हमने इंफ्रास्ट्रक्चर, ऑफिस आदि जैसे डायरेक्ट खर्च में कमी लाने को लेकर पहले से ही कदम उठाना शुरू कर दिया है। हमें भविष्य के लक्ष्यों को देखते हुए कर्मियों की संख्या में भी बदलाव करने की जरूरत थी।”
बताया जा रहा है कि मजेटी ने अपने ईमेल में ये भी कहा है कि, “जरूरत से ज्यादा लोगों को नियुक्त करना गलत फैसले का मामला है और मुझे इस क्षेत्र में बेहतर करना चाहिए था। इससे पहले, सुबह उन्होंने स्विगी के कर्मचारियों को संबोधित किया।”
बताया गया कि कर्मचारी सहयोग योजना के तौर पर स्विगी से निकाले गए कर्मचारियों के कार्यकाल और श्रेणी के आधार पर 3 से 6 महीने तक नकदी देने का प्रस्ताव है। इसमें छंटनी कर्मचारियों को तीन महीने तक वेतन या नौकरी से निकाले जाने से पहले समय पर सूचना, साथ ही नौकरी पूरा करने के हर साल के लिए 15 दिन की अनुग्रह राशि के साथ-साथ शेष बची ईएल यानी पेड छुट्टियों का भुगतान किया जा सकता है।
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