टेक डेस्क/नई दिल्ली (Tech News: MoCA informed that the data cannot be used by any other entity since it’s encrypted): केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य एम सिंधिया ने ट्वीट करते हुए डिजी यात्रा पर उठ रहे सवालों का जवाब देते हुए स्पष्ट किया कि डिजी यात्रा के तहत यात्रियों का डेटा उनके अपने डिवाइस में स्टोर किया जाता है न कि सेंट्रलाइज्ड स्टोरेज में। डिजी यात्रा प्रक्रिया में, यात्रियों की व्यक्तिगत रूप से पहचान योग्य सूचना (पीआईआई) डेटा का कोई केंद्रीय भंडारण नहीं होता है।
- यात्री और एयरपोर्ट के बीच साझा की जाती है जानकारी
- ट्वीट का दिया जवाब
- क्या है डिजी यात्रा ?
यात्री और एयरपोर्ट के बीच साझा की जाती है जानकारी
एमओसीए (MoCA) ने कहा कि सभी यात्रियों का डेटा एन्क्रिप्ट कर उनके स्मार्टफोन के वॉलेट में स्टोर किया गया है। यह केवल यात्री और उस एयरपोर्ट के साझा किया जाता है जहां से यात्री उड़ान भरने वाला होता है, जहां डिजी यात्रा आईडी को मान्य करने की आवश्यकता होती है। मंत्रालय ने कहा कि उड़ान के प्रस्थान के 24 घंटे के भीतर एयरपोर्ट के सिस्टम से भी डेटा को मिटा दिया जाता है।
ट्वीट का दिया जवाब
डिजी यात्रा पर एक ट्वीट का जवाब देते हुए, केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य एम सिंधिया ने ट्वीट किया, “यात्रियों की व्यक्तिगत जानकारी डेटा किसी केंद्रीय भंडार या डिजी यात्रा फाउंडेशन द्वारा संग्रहीत नहीं की जाती है। डेटा को डिजी में यात्री के अपने फोन यात्रा सुरक्षित वॉलेट में संग्रहीत किया जाता है।”। निश्चिंत रहें, कोई डेटा एकत्र या संग्रहीत नहीं किया जा रहा है।”
क्या है डिजी यात्रा ?
डिजी यात्रा नागरिक उड्डयन मंत्रालय की एक पहल है जो चेहरे की पहचान तकनीक का उपयोग कर बायोमेट्रिक बोर्डिंग के लिए उपयोग की जाती है। इसका उद्देश्य हवाईअड्डों पर यात्रियों को सहज और परेशानी मुक्त अनुभव प्रदान करना है। इसका मुख्य उद्देश्य कई टच प्वाइंट्स पर टिकटों और आईडी के सत्यापन की आवश्यकता को समाप्त करके यात्री अनुभव को बढ़ाना है।
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