India News ( इंडिया न्यूज़ ) England News : मणिपुर में दो महिलाओं को बिना कपड़े पहनाएं सड़कों पर घुमाया गया था उसके बाद कर उनका गैंगरेप किया। अब इसका वीडियो आने के बाद दुनिया भर में मणिपुर की हिंसा चिंता और चर्चा का विषय बन गई है। बताया जा रहा है कि सोशल मीडिया पर इसका वीडियो खूब वायरल हो रहा है। वहीं अंतर्राष्टीय मीडिया में भी यह खबर छायी हुई है। ब्रिटिश संसद में भी यह मुद्दा उठाया गया। ब्रिटेन के प्रधान मंत्री ऋषि सुनक के धर्म या विश्वास की स्वतंत्रता (एफआरओबी) के विशेष दूत, सांसद फियोना ब्रूस ने सदन के मुख्य कक्ष में “मणिपुर में जारी बड़ी हिंसा” के बारे में चिंता जताई। इतना ही नहीं गुरुवार को हाउस ऑफ कॉमन्स में हिंसा पर रिपोर्टिंग न करने के कारण बीबीसी की आलोचना हुई।

महिला सांसद में कहीं यह बड़ी बात

ब्रूस ने ब्रिटेन के निचले सदन में सवाल किया- मणिपुर में मई से कई सौ चर्च जलाए गए हैं, 100 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं। 50 हजार से ज्यादा लोगों को घर छोड़ना पड़ा है। न सिर्फ चर्च बल्कि उनसे जुड़े स्कूलों को भी निशाने पर रखा गया है। ब्रूस ने कहा कि इससे साफ होता है कि ये सब प्लानिंग के तहत किया जा रहा है और धर्म इन हमलों में बड़ा फैक्टर है।

आईआरएफबीए ने की मणिपुर की चिंता

15 मई को आईआरएफबीए के विशेषज्ञों की परिषद ने अपनी बैठक में मणिपुर की हिंसा पर अपनी चिंता जताई थी। उसके बाद बीबीसी की पूर्व रिपोर्ट से मणिपुर की हिंसा के बारे में रिपोर्ट तैयार करने को कहा गया। इस रिपोर्ट में मणिपुर की हिंसा के प्रत्यक्षदर्शियों से ली गई जानकारी को भी शामिल किया गया है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि, “ जिस तरह से प्रार्थना स्थलों का विध्वंस किया गया है कि वह गंभीर चिंता एवं सरोकार का विषय है।

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