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इस सप्ताह We Women Want के नए एपिसोड में महिलाओं और उनके कार्यस्थल को लेकर चर्चा होगी। बता दें इस चर्चा में महिलाओं के वेतन समानता, सहकर्मियों के बीच लैंगिक संवेदनशीलता के मुद्दों पर बात की जाएगी। साथ ही साथ इस बात पर भी गौर किया जाएगा कि महिलाए कार्यस्थल पर होने वाले दुर्व्यवहारों से निपटने के लिए कानून की मदद कैसे ले सकती हैं।
बता दें शो में अनुराधा दास माथुर, महिलाओं के लिए संस्थापक और डीन वेदिका स्कॉलर्स प्रोग्राम, लतिका टंडन, कार्यकारी कोच, नेतृत्व सलाहकार और रणनीति सलाहकार और अलकन्श्री धर, भारत के कानून कार्यालयों में प्रबंध भागीदार हैं। श्रोताओं में वेदिका की युवा कामकाजी महिलाएं और विद्वान थे जिन्होंने पैनल से कुछ प्रासंगिक प्रश्न पूछे और अपने कार्य अनुभवों के बारे में जानकारी भी साझा की है।
खास बात ये है कि इस एपिसोड में महिलाओं से जुड़ी उन सवालों के जवाब भी मौवजूद हैं जिसे आज की हर कार्यरत महिला जानने की इच्छुक है या आप कह सकते हैं हर महिला को इन सवालों के जवाब पता होना आवश्यक है। जैसे कि क्या किसी को पीरियड लीव लेना चाहिए?, अन्य महिला सहकर्मियों के बीच सहायता समूह ढूंढना चाहिए? और समान वेतन के बारे में कानून क्या कहता है? जैसे प्रश्नों पर चर्चा की गई। पैनलिस्टों ने अपने मामले को समझाने के लिए उपाख्यानात्मक साक्ष्य, डेटा और कानून का भी हवाला दिया।
चर्चा के दौरान एक बहुत ही महत्वपूरण बात सामने आई और वो थी महिलाओं के द्वारा परेशान होकर काम का छोड़ देना । इस चर्चा में कहा गया कि समान्य बात यह है कि हमेशा विकल्प होते है और इसलिए महिलाओं को बस छोड़ने से पहले अपने सभी विकल्पों का पता लगाना चाहिए। लेकिन वह ऐसा तभी कर सकती है जब उसे पता हो कि ये क्या हैं। हैशटैग #DontQuit वह है जिसे सभी कामकाजी महिलाओं द्वारा अपनाया जाना चाहिए, क्योंकि नौकरी छोड़ना उनकी पहली पसंद नहीं होना चाहिए।
दिलचस्प बात ये है कि पैनलिस्टों ने इस बारे में भी बात की कि कैसे महिलाओं को काम न करने का विकल्प दिया जाता है। लेकिन पुरुषों के पास वह विकल्प नहीं होता है। और अगर इस रूढ़िवादिता को दूर किया जाता है और पुरुषों को बच्चों की देखभाल और बुजुर्गों की देखभाल में भी हिस्सा मिलता है, तो महिला अपने कामकाजी जीवन को आगे बढ़ाने के लिए अधिक स्वतंत्र होगी – और एक संतुलन बनाया जा सकता है जहां प्रत्येक को वह करने को मिलता है जो वह कर रहा/रही है ।
यह एक जीवंत चर्चा है। जिसमें कभी न हारने वाली भावना के साथ-साथ हमारे समय के लिए कुछ बहुत ही व्यावहारिक समाधान भी है। शो का संचालन आईटीवी नेटवर्क की वरिष्ठ कार्यकारी संपादक प्रिया सहगल ने किया।
गौरतलब है वी वुमेन वांट महिलाओं के लिए एक ऐसा शो है जहां हम उन मुद्दों, पूर्वाग्रहों और संघर्षों से संबंधित बातचीत करते हैं जिनसे महिलाएं अपने दैनिक जीवन मे गुजरती हैं। इस शो में जीत का जश्न भी मनाया जाता हैं और साथ सहानुभूति भी देते हैं। जो अभी भी संघर्ष कर रहे हैं। यह सिर्फ एक शो नहीं बल्कि एक सपोर्ट ग्रुप है।
आप NewsX पर हर शनिवार शाम 7:30 बजे ‘वी वीमेन वांट’ के ताज़ा एपिसोड्स देख सकते हैं। यह कार्यक्रम प्रमुख ओटीटी प्लेटफॉर्म- डेलीहंट, जी5, एमएक्स प्लेयर, शेमारूमी, वॉचो, मजालो, जियो टीवी, टाटा प्ले और पेटीएम लाइवस्ट्रीम पर भी लाइव स्ट्रीम किया जाएगा।
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