ऑटो डेस्क/नई दिल्ली (converted car to electric car)भारत देश में टैलेंट की कमी नहीं है, हर इंशान के अंदर कुछ न कुछ खास बात होती है। ऐसा ही एक मामला पश्चिम बंगाल के युवक का हैं जिसने एक ऐसी कार बनाई जिसे देख पूरी दुनिया हैरान रह गई। इसने अपनी पुरानी कार को इलेक्ट्रिक कार में कन्वर्ट कर दिया लेकिन हैरानी की बात यह है कि इस कार को चार्ज करने के लिए बिजली की नही धूप की जरूरत होतीं हैं, तो आइए जानते हैं इससे जुड़ी ये खास बातें ।

  • 100 किमी के लिए सिर्फ 30 रुपये का खर्च
  • बिजनेसमैन ने बनाया सोलर कार
  • कितनी हैं देश में इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या?

100 किमी के लिए सिर्फ 30 रुपये का खर्च

देश में महंगे हो रहे पेट्रोल-डीजल और लगातार बढ़ रहे प्रदूषण की वजह से लोगों को इलेक्ट्रिक कार खरीदने पर मजबूर कर दिया है। बता दें इस सोलर कार को 100 किलोमीटर तक चलने में लगभग 30 रुपये का ही खर्च आता है और इसके इंजन बाकी इलेक्ट्रिक वाहनों की तरह ही साइलेंट हैं। इसमें एक खास बात और हैं कि यह कार 80 रुपये किमी प्रति घंटे की टॉप स्पीड से दौड़ सकती है। 30 रुपये प्रति 100 किलोमीटर कार की बैटरी की लागत का खर्च है।

बिजनेसमैन ने बनाया सोलर कार

सोलर कार को बनाने वाले व्यक्ति का नाम मनोजीत मंडल जो पेशे से एक बिजनेसमैन हैं। दरअसल मनोजित के पास पहले से एक पुरानी टाटा नैनो कार थी। इस बारे मे मनोजीत बताया कि, वे बचपन से ही कुछ नया करना चाहते थें और कई साल के मेहनत के बाद वो सोलर टेक्नोलॉजी को विकसित किये। वो आगे बताते हैं कि सरकार ने उन पर कोई ध्यान नही दिया जिसके बाद उन्होंने अपने पास मौजूद टाटा नैनो को ही सोलर कार में बदलने का फैसला किया जिसके बाद सोलर कार तैयार किया।

 

कितनी हैं देश में इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या?

केंद्र सरकार की तरफ से लोकसभा में बताये गए एक आकड़ो के अनुसार पूरे देश में कुल इलेक्ट्रिक और हाईब्रिड गाड़ियों की संख्या 16,73,115 है, जिसमें 10,17,417 इलेक्ट्रिक और 1,48,208 डीजल हाईब्रिड और 507490 पेट्रोल हाईब्रिड वाहन बताये गये।

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