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इंडिया न्यूज़: (Who is Amritpal Singh) खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह को शनिवार को पंजाब पुलिस ने हिरासत में लिया है। इस बात की जानकारी सूत्रों ने दी। बताया गया कि अमृतपाल से पहले उसके 6 समर्थकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। बता दें कि अमृतपाल और उसके साथियों की गिरफ्तारियां अजनाला थाने पर हमले से जुड़े केस में की गईं हैं। पंजाब पुलिस ने जॉइंट ऑपरेशन चलाकर सभी को पकड़ा है।
बतया गया कि अमृतपाल को उस समय हिरासत में लिया गया जब वो अपने साथियों के साथ जालंधर से मोगा की तरफ जा रहा था। जैसे ही पुलिस को पता चला तो एक टीमें उसके पीछे लग गईं। पुलिस को देख अमृतपाल लिंक रोड की तरफ भागने लगा। इसके बाद पुलिस ने उसके पीछे करीब 100 गाड़ियां लगा दीं। डेढ़ से दो घंटा पीछा करने के बाद उसे नकोदर इलाके से धर दबोचा। बताया जा रहा है कि पुलिस ने गिरफ्तार लोगों से हथियार और 2 गाड़ियां बरामद की हैं।
अमृतपाल का शाहकोट में एक कार्यक्रम था, वो सुबह करीब साढ़े नौ बजे वहीं के लिए निकला था। इसी दौरान उसके साथियों की गाड़ी पंजाब पुलिस से टकरा गई। पुलिस ने जब उनको रोका तो वो नहीं रुके और गाड़ियों की रफ्तार तेज कर दी। जिसके कुछ देर बाद अमृतपाल ने अपनी गाड़ी बदल ली और वह भी भागने लगा। लेकिन पुलिस को उसके भागने की बात रास नहीं आई और उसके पकड़ने के लिए गाड़ियों के पीछे गाड़ियां लगा दी। वह पुलिस के साथ सहयोग करता तो ज्यादा से ज्यादा पुलिस उसे हिरासत में लेती और 19 मार्च को होने वाले कार्यक्रम के बाद छोड़ देती। लेकिन उसका भागना ही उसे शक के घरे में ले गया। जिसके बाद पुलिस ने उसे पकड़ लिया।
बता दें कि 23 फरवरी को खालिस्तान समर्थक संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ से जुड़े हजारों समर्थकों के साथ अमृतपाल सिंह ने अमृतसर के अजनाला थाने पर हमला कर दिया था। इन लोगों ने हाथों में तलवारें लेकर लहराई थीं, साथ ही बंदूक से फायर भी किए थे। इसके बाद पुलिस ने अमृतपाल के सहयोगी लवप्रीत को गिरफ्तार कर लिया था। लेकिन बाद में पंजाब पुलिस को दबाव में आकर उसे छोड़ने का ऐलान कर दिया। लवप्रीत की रिहाई के बाद ही अमृतपाल अजनाला क्षेत्र में खुलेआम कानून-व्यवस्था को चुनौती देता रहा। सारी कानून-व्यवस्था तार-तार हो गई थी। इसलिए अब पुलिस को उसे गिरफ्तार करना पड़ा।
आपको बता दें कि अमृतपाल सिंह वारिस पंजाब दे का प्रमुख है। इस संस्था को एक्टर दीप सिंधु ने शुरू किया था, जिनका पिछले साल सड़क हादसे में निधन हो गया था। सिंधु की मौत के बाद अमृतपाल सिंह इस संस्था का नेता बन गया। अमृतपाल सिंह का जन्म पंजाब के जल्लूपुर खेरा में हुआ था। अमृतपाल सिंह स्वयंभू उपदेशक है, जो खुद को सिख समुदाय का प्रतिनिधि बताता है। उसने कुछ ही वक्त पहले ब्रिटेन में रहने वाली एनआरआई किरनदीप कौर से शादी की है।
अमृतपाल सिंह खुद को आध्यात्मिक नेता बताता है। उसने ये वादा किया है कि वो युवाओं को ड्रग्स के जाल से निकालकर मानेगा। इस घोषणा के बाद पंजाब और भारत के अन्य हिस्सों में उसके फॉलोअर्स की तादाद बढ़ गई। अमृतपाल सिंह खालिस्तानी समर्थक जरनैल सिंह भिंडरावाले को अपना आदर्श बताता है।
अमृतपाल करीब एक दशक तक विदेश में रहा है। साल 2012 में वो दुबई काम करने गया था। वहां पर उसने अपने परिवार के ट्रांसपोर्ट बिजनेस में 10 साल काम किया है। बीते सितंबर 2022 को वो अपने देश भारत लौटा है। वो सुर्खियों में उस वक्त आया, जब तीन कृषि कानूनों के खिलाफ वो किसानों के समर्थन में उतर आया।
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