होम / Top News / विमान में क्यों होता है इमरजेंसी दरवाजा? जानें

विमान में क्यों होता है इमरजेंसी दरवाजा? जानें

PUBLISHED BY: Roshan Kumar • LAST UPDATED : January 19, 2023, 10:12 am IST
ADVERTISEMENT
विमान में क्यों होता है इमरजेंसी दरवाजा? जानें

विमान का इमरजेंसी गेट (Photo: business insider).

इंडिया न्यूज़ (दिल्ली, Why emergency Exit in Aeroplane and how it Works): बीजेपी के बेंगलुरु दक्षिण से सांसद तेजस्वी सूर्या पर यह आरोप लगा है की उन्होंने पिछले 10 दिसंबर को चेन्नई से तिरुचिरापल्ली जा रहे इंडिगो के विमान का इमरजेंसी गेट खोल दिया। जिससे यात्रियों की जान खतरे में पड़ गई।

इस बारे में इंडिगो ने बयान जारी कहा “10 दिसंबर, 2022 को चेन्नई से तिरुचिरापल्ली जाने वाली उड़ान 6E 7339 पर यात्रा कर रहा एक यात्री ने गलती से आपातकालीन निकास खोल दिया था, यात्री ने इसके लिए माफ़ी भी मांगी थी।” यह कोई पहली बार नही हैं जब इस तरफ की घटना हुई हो, आइये जानते हैं विमान में आपातकालीन गेट क्यों होता है और इसे कब खोलना होता है।

क्यों होता है आपातकालीन दरवाजा?

आपातकालीन द्वार, जैसा कि नाम से पता चलता है, यात्रियों और चालक दल को आपातकालीन स्थिति में सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए और उन्हें जल्द से जल्द निकालने में मदद करने के लिए होता है। उदहारण के लिए क्रैश-लैंडिंग के समय, केबिन में धुआं भर जाने के समय या कोई अन्य घटना जिसमें तत्काल निकासी की आवश्यकता हो सकती है। किसी आपात स्थिति के दौरान बाहर निकलने के लिए चालक दल द्वारा विशिष्ट आदेशों के तहत ही दरवाजे खोले जाते हैं किसी अन्य परिस्थिति में नहीं।

विमानन कंपनियों को दिखाना होता है

परीक्षण और प्रमाणन के दौरान, विमान निर्माताओं को यह प्रदर्शित करने की आवश्यकता होती है कि आपात स्थिति के दौरान खराब उपकरणों या अवरुद्ध दरवाजों को ध्यान में रखते हुए सभी यात्रियों को 90 सेकंड में निकाला जा सकता है।

साल 2006 में एयरबस ने एक नकली आपात स्थिति के दौरान, यह प्रदर्शित किया कि 853 यात्री और चालक दल के सदस्य इसके सुपरजंबो एयरबस A380 को केवल 78 सेकंड में सुरक्षित रूप से खाली कर सकते हैं, यह एक प्रभावशाली उपलब्धि है।

वाणिज्यिक जेट विमानों में, दरवाजे आमतौर पर विमान के विंग्स के ऊपर स्थित होते हैं जो यात्रियों द्वारा सुलभ होते हैं। आपातकालीन द्वार विमान के नियमित आगे और पीछे के दरवाजों से अलग और इसके अतिरिक्त होते हैं।

क्या आपातकालीन दरवाजे के बगल में बैठ सकते है?

जी बिल्कुल। वास्तव में आपातकालीन निकास के बगल की सीटों में अधिक पैर रखने की जगह होती है और इसलिए यह अधिक आरामदायक होती है। हालांकि, आपको कभी भी दरवाजा खोलने की कोशिश नहीं करनी चाहिए – यह उड़ान सुरक्षा को प्रभावित करता है। नियामक नियमों का उल्लंघन करता है और इसके लिए आप पर कार्रवाई भी हो सकती है।

केबिन क्रू का एक सदस्य हमेशा अलग से और सीधे इन दरवाजों के बगल वाली सीटों पर बैठे यात्रियों को बताता है कि आपात स्थिति में उन्हें कैसे खोला जाए। यदि आपातकालीन द्वार के पास की सीटें खाली हैं तो केबिन क्रू सदस्य आमतौर पर किसी युवा यात्री को वहां बैठाना पसंद करते है क्योंकि एक बच्चा या एक बुजुर्ग यात्री द्वारा आपातकालीन द्वार खोलना मुश्किल हो सकता है।

जैसा कि चेन्नई की घटना दर्शाती है, विमान के जमीन पर होने पर यात्री के लिए आपातकालीन द्वार खोलना वास्तव में संभव है। दुनिया भर में ऐसे कई उदाहरण सामने आए हैं जब किसी यात्री ने ऐसा किया है – कुछ तो बाहर भी निकले और विमान के विंग्स पर चले और बाद में पुलिस को बताया कि केबिन भरा हुआ था और वे कुछ ताजी हवा चाहते थे।

हालांकि, ऐसा करना एक उल्लंघन है – जब तक कि किसी आपात स्थिति के दौरान चालक दल के सदस्यों द्वारा ऐसा करने के लिए अधिकृत न किया गया हो।

Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.

ADVERTISEMENT

लेटेस्ट खबरें

बुलंदशहर में इंडिया न्यूज़ की खबर का बड़ा असर, ब्लैक में बिक रहे गोल्ड मोहर पान मसाला हुआ सस्ता
बुलंदशहर में इंडिया न्यूज़ की खबर का बड़ा असर, ब्लैक में बिक रहे गोल्ड मोहर पान मसाला हुआ सस्ता
भरे कचरे से पक कर गलने लगा है लिवर, कर लें उपाय झमाझम पचने लगेगा खाना, कभी नही होगी कोई परेशानी!
भरे कचरे से पक कर गलने लगा है लिवर, कर लें उपाय झमाझम पचने लगेगा खाना, कभी नही होगी कोई परेशानी!
अतुल सुभाष जैसा मामला आया सामने, पत्नी और ससुराल वालो से परेशान था शख्स, हाईकोर्ट ने मामले को बताया पति के साथ ‘क्रूरता’
अतुल सुभाष जैसा मामला आया सामने, पत्नी और ससुराल वालो से परेशान था शख्स, हाईकोर्ट ने मामले को बताया पति के साथ ‘क्रूरता’
मुस्लिम इलाके में मिले 54 साल पुराने शिव मंदिर में होगी पूजा अर्चना, भारी पुलिस बल तैनात
मुस्लिम इलाके में मिले 54 साल पुराने शिव मंदिर में होगी पूजा अर्चना, भारी पुलिस बल तैनात
Road Accident: दर्दनाक दुर्घटना! शराब के नशे में धुत चालक ने 12 से अधिक लोगों को कुचला, मौके पर 5 की मौत
Road Accident: दर्दनाक दुर्घटना! शराब के नशे में धुत चालक ने 12 से अधिक लोगों को कुचला, मौके पर 5 की मौत
Delhi Rain: दिल्ली में ठंड के बीच हुई बारिश की एंट्री! लंबे जाम से आवाजाही पर पड़ा असर
Delhi Rain: दिल्ली में ठंड के बीच हुई बारिश की एंट्री! लंबे जाम से आवाजाही पर पड़ा असर
तीसरे दिन भी प्राचीन बावड़ी कुएं की खुदाई जारी, बिना जेसीबी मशीन के कर्मचारी कर रहे हैं साफ सफाई
तीसरे दिन भी प्राचीन बावड़ी कुएं की खुदाई जारी, बिना जेसीबी मशीन के कर्मचारी कर रहे हैं साफ सफाई
Bihar Police: नवादा में वकील से मारपीट मामले में दो पुलिसकर्मी सस्पेंड, वायरल वीडियो पर जांच जारी
Bihar Police: नवादा में वकील से मारपीट मामले में दो पुलिसकर्मी सस्पेंड, वायरल वीडियो पर जांच जारी
Delhi Election 2025: ‘महिलाओं से धोखा… ‘ अरविंद केजरीवाल के ऐलान पर BJP विधायक विजेंद्र गुप्ता की तीखी प्रतिक्रिया
Delhi Election 2025: ‘महिलाओं से धोखा… ‘ अरविंद केजरीवाल के ऐलान पर BJP विधायक विजेंद्र गुप्ता की तीखी प्रतिक्रिया
कब्रिस्तान के बीच यहां मिली करीब डेढ़ सौ साल पुरानी शिवलिंग, जिला प्रशासन ने संभाला मोर्चा
कब्रिस्तान के बीच यहां मिली करीब डेढ़ सौ साल पुरानी शिवलिंग, जिला प्रशासन ने संभाला मोर्चा
पहले सीएम पद फिर विभाग और अब…महायुति में नहीं थम रही खींचतान, जाने अब किसको लेकर आमने-सामने खड़े हुए सहयोगी
पहले सीएम पद फिर विभाग और अब…महायुति में नहीं थम रही खींचतान, जाने अब किसको लेकर आमने-सामने खड़े हुए सहयोगी
ADVERTISEMENT