Amritpal Case: पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट ने रविवार (19 मार्च) को पंजाब सरकार को एक बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका (Habeas Corpus) पर नोटिस भेजा। याचिकाकर्ता इमान सिंह खारा ने आरोप लगाया कि ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल सिंह को पंजाब पुलिस ने अवैध रूप से गिरफ्तार किया है और अभी तक उनकी पेशी कोर्ट में नही हुई है।
भारत का संविधान देश के किसी भी नागरिक को पूरी स्वतंत्रता के साथ रहने और कानून के मुताबिक जीने का अधिकार देता है, अगर किसी वजह से इनके साथ छेड़छाड़ हो तो वो व्यक्ति कानून या अदालत की मदद ले सकता है। ऐसे ही वक्त में हेबियस कॉर्पस (Habeas Corpus) काम आता है हेबियस कॉर्पस लैटिन भाषा का शब्द है, इसका अर्थ होता है ‘सशरीर’ लेकिन कानूनी तौर पर इसका इस्तेमाल किसी ऐसे व्यक्ति को रिहा तकने के लिए किया जाता है, जिसे गैर-कानूनी तरीके से हिरासत में लिया गया हो या गिरफ्तार किया गया हो हिंदी में इसे बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका कहते हैं। इसमे व्यक्ति को हाईकोर्ट या सुप्रीम कोर्ट जाने का अधिकार मिलता है।
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