संबंधित खबरें
सपना चौधरी के डांस मूव्स देख मदहोश हुआ 14 साल का लड़का, कर दिया ये घिनौना काम, वीडियो देखकर शर्म से पानी-पानी हो जाएंगे आप
हिंदू बहुल इलाकों में जिम खोलकर लड़कियों के साथ अश्लील हरकत कर रहे कट्टरपंथी मुस्लिम? वायरल वीडियो को देखकर खौल उठेगा आपका खून
शमशान नहीं अब घर में जला सकेगें अपने की चिता, आखिरी वक्त में नहीं पड़ेगी 4 कंधो की जरुरत, जाने क्या है मोबाइल शवदाह?
दूल्हे ने तोड़ी जयमाल, दुल्हन का भी नहीं रहा होश…अचानक मचा ऐसा हुड़दंग कि चल गए लात-घूंसे तक, वायरल वीडियो ने उड़ा दिए सबके होश
ये पाकिस्तानी लड़की हिंदू लड़के को दे बैठी दिल, फिर रो रो कर हुआ बुरा हाल!
घर में अकेली महिला को देख किडनैप करके ले गए एलियंस, शरीर संग किया ऐसा हाल, इंसान ही नहीं अब एलियंस भी बने दरिंदे?
बिज़नेस डेस्क/नई दिल्ली (Current Account Deficit: In the December quarter of 2022-23 has reached 2.2% of GDP i.e. USD 18.2 billion): भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने आज नए वित्त वर्ष के शुरू होने से पहले भारत का चालू खाता घाटा का डेटा जारी कर दिया है। चालू वित्त वर्ष 2022-23 की दिसंबर तिमाही में चालू खाता घाटा जीडीपी का 2.2% यानी 18.2 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया है।
आरबीआई द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक मुख्य रूप से गिरावट का कारण मर्चेंडाइज ट्रेड डेफिसिट को कम करना है।चालू वित्त वर्ष 2022-23 की दूसरी तिमाही में चालू खाता घाटा 30.9 बिलियन अमेरिकी डॉलर या जीडीपी का 3.7 प्रतिशत था और 2021-22 की दिसंबर तिमाही में 22.2 बिलियन अमेरिकी डॉलर या जीडीपी का 2.7 प्रतिशत था।
आरबीआई ने कहा, “2022-23 की तीसरी तिमाही में कम चालू खाता घाटा कम होने के कारण व्यापारिक व्यापार घाटा 2022-23 की दूसरी तिमाही में 78.3 अरब डॉलर से घटकर 72.7 अरब डॉलर हो गया, जो मजबूत सेवाओं और निजी हस्तांतरण प्राप्तियों के साथ जुड़ा हुआ है।”
आरबीआई के डेटा के मुताबिक सॉफ्टवेयर, व्यापार और यात्रा सेवाओं के बढ़ते निर्यात के कारण सेवा निर्यात में साल-दर-साल आधार पर 24.5 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। दिसंबर तिमाही में शुद्ध फॉरेन डायरेक्ट इन्वेस्टमेंट (एफडीआई) घटकर 2.1 अरब डॉलर रह गया, जो एक साल पहले की अवधि में 4.6 अरब डॉलर था।
जारी डेटा के मुताबिक 2021-22 की तीसरी तिमाही में 5.8 बिलियन अमरीकी डालर का आउटफ्लो के मुकाबले दिसंबर तिमाही में नेट फॉरेन पोर्टफोलियो निवेश (एफपीआई) में 4.6 बिलियन अमरीकी डालर का इनफ्लो दर्ज किया गया है। एफपीआई, निवेश का एक रूप है जिसमें निवेशक अपने देश के बाहर विदेश में निवेश करता है। इस तरीके से निवेशक अपना पैसा दूसरे देशों की अर्थव्यवस्था में निवेश कर सकता है। एफपीआई में निवेशक स्टॉक बॉन्ड, एक्सचेंज ट्रेडिंग फंड (ईटीएफ) या म्यूचुअल फंड इन तीन तरीकों से निवेश कर सकते हैं।
ये भी पढ़ें :- Indian Forex Reserve: लगातार दूसरे हफ्ते बढ़ा भारत का विदेशी मुद्रा भंडार, आरबीआई ने जारी किए ताजा आंकड़े
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.