India News (इंडिया न्यूज़) Israeli Hamas War : इजरायल और फिलिस्तीनी आतंकवादी संगठन हमास के बीच 50 दिनों से ज्यादा जंग जारी है। इस बीच संयुक्त राष्ट्र विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) की प्रमुख सिंडी मैक्केन ने चेतावनी दी है कि गाजा ‘भुखमरी के कगार’ पर पहुंच रहा है। क्योंकि यह क्षेत्र इजरायल और आतंकवादी समूह हमास के बीच संघर्ष के नतीजों से भयानक जूझ रहा है।

मैक्केन ने दिया जवाब

CBS न्यूज से बात करते हुए हुए मैक्केन ने गाजा में मानवीय सहायता बढ़ाने की सख्त जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने चेतावनी दी कि भुखमरी से संघर्षग्रस्त पट्टी में व्यापक बीमारी और अन्य विनाशकारी परिणाम हो सकते हैं। यूनिसेफ के हालिया आंकड़ों के बारे में पूछे जाने पर मैक्केन ने जवाब दिया कि यह संकेत मिलता है कि गाजा में बच्चों के बीच गंभीर कुपोषण लगभग 30 प्रतिशत तक बढ़ सकता है। हम इस क्षेत्र में संभवतः भुखमरी के कगार पर पहुंच रहे हैं

मैक्केन ने गाजा में अधिक सहायता ट्रकों को प्रवेश करने का आह्वान किया, यह बताते हुए कि बच्चों को पर्याप्त सहायता प्रदान करने की चुनौती मौजूदा शत्रुता से पहले की है। हालिया युद्धविराम के बाद से WFP लगभग 110,000 लोगों को खाना खिलाने में कामयाब रहा है। लेकिन मैक्केन इस बात पर जोर दिया कि बढ़ते मानवीय संकट को दूर करने के लिए और भी बहुत कुछ करने की जरूरत है।

यह एक विशाल विनाशकारी घटना….

उन्होंने कहा कि ‘यह एक विशाल विनाशकारी घटना है जो घटित हो रही है, और ऐसा होते ही यह कई क्षेत्रों को पार कर जाएगी। हमें वहां पहुंचने में सक्षम होना होगा। और इतना ही नहीं, हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि हम सुरक्षित रूप से उन लोगों को खाना खिलाने में सक्षम हो सकें जिन्हें हमें खिलाने की ज़रूरत है।’

मैककेन की टिप्पणी कैदियों की अदला-बदली और सहायता वितरण की सुविधा के लिए इजरायल और हमास के बीच चार दिवसीय अस्थायी संघर्ष विराम के बीच आई है। इजरायली सेना ने रविवार देर रात गाजा में हमास की कैद से 17 बंधकों को रिहा करने की घोषणा की, जिनमें 14 इजरायली और तीन विदेशी नागरिक शामिल हैं।

पहली खेप में शुक्रवार को 24 बंधकों को रिहा किया गया, उसके बाद शनिवार को 17 और बंधकों को रिहा किया गया, सोमवार तक कुल 50 बंदियों को रिहा किए जाने की उम्मीद है। इस बीच, टाइम्स ऑफ इजरायल ने बताया कि मानवीय सहायता वाले 200 ट्रक गाजा पट्टी में प्रवेश कर चुके हैं। आपको बता दे, युद्ध की शुरुआत के बाद पहली बार कुछ सामग्री उत्तरी क्षेत्रों तक जा रही है।

Also Read –