संबंधित खबरें
सेब, जूस में मिलावट के बाद अब…केरल से सामने आया दिलदहला देने वाला वीडियो, देखकर खौल जाएगा आपका खून
धुने गए पुनीत सुपरस्टार…2 लोगों ने जमकर बजाये थप्पड़, संभलने का भी नहीं दिया मौका, वायरल वीडियो ने मचाया हड़कंप
बाइक को 1KM तक घसीटती रही बेरहम कार, निकलती रही चिंगारी लेकिन ड्राइवर नहीं रुका, वीडियो देखकर कांप जाएगी रूह
जब जलती चिता से चीख उठा मुर्दा…2 घंटे तक डीप फ्रीजर में जमता रहा जिंदा इंसान, ऐसे हुआ पर्दा फाश?
एक ऐसा अनोखा शहर जहां आज तक नहीं बजा 12! कितनी भी कर लेंगे कोशिश सही जवाब नहीं जान पाएंगे आप
'हिन्दी में बोलो, बांग्लादेश में नहीं हो', कोलकाता मेट्रो में दो महिलाओं में मार-पीट का वीडियो हुआ वायरल, एक दूसरे की जमकर की कुटाई!
India News(इंडिया न्यूज),Kulbhushan Kharbanda Birthday: फिल्मी दुनिया के दिग्गज कलाकार कूलभूषण खरबंदा का आज 79वां जन्मदिन है। हर दौर में अपने आप को साबित करने वाले खरबंदा शुरूआत से ही एक महान कलाकार है। जिनके अभिनय के सैकड़ो लोग कायल है। जानकारी के लिए बता दें कि, कुलभूषण खरबंदा का जन्म 21 अक्टूबर 1944 को हसन अब्दल, पाकिस्तान में हुआ था। खरबंदा के कॅरियर की बात करें तो उन्होंने सबसे पहले थिएटर की दुनिया में कदम रखा था। थिएटर कलाकार के तौर पर उन्होंने 1964 में शुरुआत की थी। इसके बाद बॉलीवुड में उन्होंने श्याम बेनेगल की फिल्म ‘निशांत’ से एंट्री की। इस फिल्म में खरबंदा ने काफी बेहतरी से अपना किरदार निभाया था, नतीजन वे पहली फिल्म से सबकी नजरों में आ गए थे। रूपहले पर्दे पर खरबंदा ने सभी शेड्स के किरदार निभाए हैं।
बता दें कि, वो साल 1980 का था जब एक फिल्म आई थी शान। जिस फिल्म में एक बहुत ही पसंद किए जाने वाला डायलोग था…शाकाल के हाथ में जितने पत्ते होते हैं, उतने ही पत्ते उसकी आस्तीन में होते हैं। निश्चित तौर पर आपको फिल्म में यह डायलॉग बोलने वाले ‘शाकाल’ का चेहरा याद आ गया होगा। यह किरदार था ही ऐसा कि फिल्में पसंद करने वालों के जेहन में आज भी बसा हुआ है। इस किरदार को जीवंत करने वाले कुलभूषण खरबंदा आज अपना जन्मदिन मना रहे हैं। आइए, उनके फिल्मी सफर और इस किरदार के बारे में कुछ जानने की कोशिश करते हैं।
कुछ किरदार ऐसे होते हैं जो कलाकार के लिए मील का पत्थर साबित होते हैं। ऐसी एक भूमिका कुलभूषण खरबंदा के लिए ‘शाकाल’ की थी। रमेश सिप्पी की फिल्म ‘शान में जब वे ये भूमिका निभा रहे थे तो उन्होंने सोचा भी नहीं था कि उनका यह किरदार इस कदर लोकप्रिय हो जाएगा। उनके कुछ डायलॉग आज भी हिट हैं, जैसे ‘मैं उनकों यूं ही नहीं मार डालूंगा, बहुत खेल-खेलकर मारूंगा जैसे बिल्ली चूहों को मारती है’, ‘अजीब जानवर है..कितना भी खाए भूखा ही रहता है’, ‘तुम लोगों को हारना ही था और मुझे जीतना ही था इसलिए कि ये बाजी दोनों तरफ से मैं ही खेल रहा था।
कुलभूषण खरबंदा हिन्दी और पंजाबी फिल्मों में सक्रिय हैं. उन्होंने कई फिल्मों के जरिए अपनी अभिनय प्रतिभा को साबित किया है. खरबंदा ने ‘बॉर्डर’, ‘यस बॉस’, ‘काल’, ‘माचिस’, ’पिंजर’, ‘राम तेरी गंगा मैली’, ‘रिफ्यूजी’, ‘मोहरा’ जैसी कई फिल्में की हैं। खरबंदा मुख्य तौर पर अपने संजीदा अभिनय के लिए पहचाने जाते हैं। इसके अलावा वेब सीरीज ‘मिर्जापुर’ में उनक ‘बाबू जी’ का किरदार भी काफी हिट हुआ था।
ये भी पढ़े
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.