संबंधित खबरें
लाशों के ढेर से मुस्लिमों के राज तक, 2025 से सच होने लगेंगी बाबा वेंगा की ये 3 बड़ी भविष्यवाणियां, जानें कैसे खत्म होगा कलियुग
जीजा को रसगुल्ला खिलाने आई साली, दूल्हे ने किया ऐसा काम, Video देखकर भौंचक्के रह जाएंगे
इस पौधे के जहर के आगे सांप भी फेल, कहीं दिख जाएं तो दूर से भाग लें
सेब, जूस में मिलावट के बाद अब…केरल से सामने आया दिलदहला देने वाला वीडियो, देखकर खौल जाएगा आपका खून
धुने गए पुनीत सुपरस्टार…2 लोगों ने जमकर बजाये थप्पड़, संभलने का भी नहीं दिया मौका, वायरल वीडियो ने मचाया हड़कंप
बाइक को 1KM तक घसीटती रही बेरहम कार, निकलती रही चिंगारी लेकिन ड्राइवर नहीं रुका, वीडियो देखकर कांप जाएगी रूह
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
नवंबर का महीना शुरू हो गया है और अमेरिका समेत अन्य पश्चिमी देशों में “नो-शेव नवंबर” (No Shave November) की चर्चा बढ़ गई है। लोग बड़ी संख्या में गूगल पर इसके बारे में जानने की कोशिश कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर इस हैशटैग के साथ तस्वीरें भी दिखाई देना शुरू हो गई हैं। इसके नाम से “नो-शेव नवंबर” लग रहा है कि पूरे नवंबर में शेव, कटिंग नहीं करवाना है, लेकिन इसका मकसद बड़ा ही नेक है।
नो शेव नवंबर कॉन्सेप्ट की शुरूआत के पीछे की कहानी बहुत प्रेरणा दायक है। दरअसल, नवंबर 2007 में शिकागो में रहने वाले मैथ्यू हिल की कैंसर से लड़ते हुए मौत हो गई थी। इसके बाद मैथ्यू हिल के आठ बच्चों ने अपने पिता को सम्मान देने और उन्हीं की तरह कैंसर से लड़ रहे लोगों की मदद के लिए कुछ करने का फैसला लिया। इसके बाद ही वर्ष 2009 में मैथ्यू हिल फाउंडेशन की शुरूआत हुई और देखते ही देखते “नो शेव नवंबर” दुनिया भर में मशुहूर हो गया।
“नो शेव नवंबर” किसी फन या कम्पीटिशन के लिए नहीं, बल्कि “नो शेव नवंबर” लोगों में कैंसर के प्रति जागरुकता फैलाने के लिए शुरू किया गया कॉन्सेप्ट है। दरअसल 2009 अमेरिका स्थित “मैथ्यू हिल फाउंडेशन” ने शुरू किया था। यह संस्था कैंसर के प्रति जागरुकता बढ़ाने की दिशा में काम करती है और “नो-शेव नवंबर” भी इसी अभियान का हिस्सा है।
“मैथ्यू हिल फाउंडेशन” की वेबसाइट के अनुसार “नो-शेव नवंबर” का लक्ष्य कैंसर के प्रति जागरूकता फैलाना और मरीजों की आर्थिक रूप से मदद करना है। लोगों से कहा जा रहा है कि वे एक महीने की शेविंग का यह पैसा बचाकर फाउंडेशन को दान करें, जो इसे कैंसर रोगियों की देखभाल पर खर्च करेगा।
मैथ्यू हिल फाउंडेशन के कॉन्सेप्ट “नो-शेव नवंबर” के नियम सरल हैं। 30 दिनों के लिए रेजर को हाथ नहीं लगाना है और बालों के रखरखाव पर होने वाले खर्च को संस्था में दान करना है।
“मैथ्यू हिल फाउंडेशन” अमेरिका का एक गैर-सरकारी संगठन है। 2009 से अब तक “नो-शेव नवंबर” कॉन्सेन्ट के जरिए “मैथ्यू हिल फाउंडेशन” 5 मिलियन डॉलर का चंदा जुटा चुका है, जिसे यह संस्था कैंसर पर रिसर्च में खर्च कर रही है। “मैथ्यू हिल फाउंडेशन” के संस्थापकों का मानना है कि “आज दुनिया में सबसे ज्यादा मौतें कैंसर से हो रही हैं, इसलिए इसके इलाज पर रिसर्च के साथ ही लोगो में जागरुकता फैलाना जरूरी है।”
Read More: T20 World Cup : What is Sensational Tape Ball Cricket टेप बॉल क्रिकेट क्या है और कैसे खेला जाता है
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.