India News (इंडिया न्यूज़), Sonam Kapoor Invited for King Charles III, दिल्ली: सदी के बेहतरीन अभिनेता और दिवंगत सुपरस्टार देव आनंद और कल्पना कृतिका के बेटे सुनील आनंद का जन्म 30 जून 1956 में हुआ था। वह भी अपने पिता की तरह एक्टर बनना चाहते थे। बता दें कि सुनील आनंद काफी पढ़ी लिखी थी। उन्होंने अमेरिका के विश्वविद्यालय वाशिंगटन से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में पढ़ाई की थी लेकिन एक्टर बनने की चाह भी थी। इसलिए वह बिजनेस के साथ-साथ अपने पिता की तरह एक्टिंग की दुनिया में भी नाम कमाने की ख्वाहिश रखते थे। वही बेटे के सपने को पूरा करने के लिए देव आनंद ने भी कई बार उनका साथ दिया लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था इसलिए देव आनंद की बेटी को एक्टिंग की दुनिया में शोहरत नहीं मिली।

कब रखा सुनील आनंद ने बॉलीवुड में कदम

बात 1984 की है जब सुनील आनंद में फिल्म आनंद और आनंद से बॉलीवुड में कदम रखा था। इस फिल्म में सुनील के साथ उनके पिता देव आनंद भी लीड रोल में नजर आए थे। यह पहली बार था जब पिता और बेटा साथ में किसी फिल्म में आमने-सामने देखे गए हूं। फिल्म को देवानंद ने हीं डायरेक्ट किया था और प्रोड्यूस भी किया था। मगर अफसोस यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह से फ्लॉप साबित हुई।

Suneil Anand PC- Social Media

देवानंद के स्टारडम का नहीं हुआ कोई असर

सुनिल के करियर में देव आनंद का स्टारडम भी कुछ काम नहीं कर पाया और सुनील की पहली फिल्म बुरी तरीके से फ्लॉप हो गई। इसके बाद सुनील को सलीम मलकान की फिल्म कार थीफ में देखा गया था। इस फिल्म में विजयता पंडित सुनील के साथ देखा गया था हालांकि यह फिल्म कुछ खास कमाल नहीं कर पाई।

लगातार दो फिल्में रही फ्लॉप

सुनील आनंद की लगातार दो फिल्में बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह से फ्लॉप साबित हुई। वही अपने बेटे का करियर बचाने के लिए देव आनंद एक ने एक और बार कोशिश करवे की सोची। इस बार अपने बड़े भाई विजय आनंद के साथ मिलकर एक फिल्म बनाने की ठान ली। जिसका नाम मैं तेरे लिए था। यह फिल्म 1988 में रिलीज की गई थी। इसके अंदर राजेंद्र कुमार , आशा पारेख , सुनील आनंद , मीनाक्षी शेषाद्रि ने लीड रोल अदा किया था। लेकिन बॉक्स ऑफिस पर फिल्म कुछ कमाल नहीं दिखा पाई सुनील की यह तीसरी फ्लॉप फिल्म थी।

सुनील की आखिरी फिल्म

सुनील को आखरी और चौथी फिल्म बताओ एक्टर 2001 में मिली थी। जिसका नाम मास्टर था। इस फिल्म में खुद सुनील ने डायरेक्शन भी संभाला था लेकिन अफसोस की बात यह है कि उनकी किस्मत को कुछ और ही मौजूंर था। एक्ट्रिंद में बात ना बनने के बाद सुनिल धीरे-धीरे डायरेक्शन और प्रोडक्शन की दुनिया में आगऐं और एक्टिंग से दूरी बना ली। अब सुनील नवकेतन फिल्म्स प्रोडक्शन हाउस को संभाल रहे हैं और वह 66 साल के हैं।

 

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