इंडिया न्यूज:(Ramadan 2023) रमजान का पाक महीना बस शुरू हो ही गया है। इस महीने अल्लाह की इबादत करके और रोजा रख के अपने अंतर्मन को शांत किया जाता है। बता दे कि ईद-उल-फित्त्र इस साल 22 या फिर 23 अप्रैल को मनाई जाएगी जो चांद पर निर्भर करता है। इस्लामिक कैलेंडर के हिसाब से रमजान का महीना हर बार 9 महीने के अंतराल पर आते हैं। इस समय सभी आध्यात्मिक तौर पर अपने अंतर्मन को शांत करने की कोशिश करते हैं।
आखिर क्या है रमजान
रमजान के महीने में रोजा रखे जाते हैं। जो दुनियाभर के मुसलमान रखते हैं। इसमें सूरज उगने से पहले से लेकर सूर्यास्त तक उपवास रखा जाता है। रमजान में 12 से 14 घंटे का रोजा होता है। जिससे पाचन तंत्र को आराम मिलता है और इंसानी शरीर का मेटाबॉलिज्म स्ट्रांग होता है। वही रोजा रखने से वजन भी कम होता है।
रोजा रखने के क्या है फायदे
- रोजा रखने से सिर्फ आध्यात्मिक तौर पर नहीं बल्कि शारीरिक तौर पर भी कई फायदे मिलते हैं। जिसमें वजन कम होना, कम कैलोरी का सेवन करना, 12 से 14 घंटे उपवास करके वजन कम करने में मदद मिलती है। साथ ही रोजा ब्लड प्रेशर को भी कंट्रोल करता है। इससे ब्लड शुगर का भी स्तर सामान्य रहता है और दिमाग शांत रहता हैं।
- शरीर का डाइजेशन मजबूत होता है। उपवास के दौरान शरीर का पाचन तंत्र मजबूत होता है। जिससे आगे इंसानी शरीर को फायदा होता है। रोजे के समय 12 से 14 घंटे खाना ना खानें से पाचन तंत्र को आराम मिलता है।
- रोजा रखने से शरीर के अंदर खराब हो चुके सेल्स अपने आप ही शरीर से बाहर निकल जाते हैं।
- शरीर का मेटाबॉलिज्म स्ट्रांग होता है और इम्यून सिस्टम भी मजबूत होता है लेकिन इसका फायदा तभी होगा जब आप इफ्तारी में हेल्थी खाना खाएंगे अगर ज्यादा ताला भुना खाना खाए जाए तो इससे भी शरीर को नुकसान हो सकता हैं।
- खाने की आदत बदलने से और भक्ति में ध्यान लगाने से कई लोगों का मानना यह है कि उन्हें अंतर्मन से अच्छा महसूस होता है और वह ज्यादा फोकस से काम कर पाते हैं।
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