India News (इंडिया न्यूज), Viral Video: यह घटना मथुरा के वृंदावन में बांके बिहारी मंदिर की है, जहां भक्तों ने हाथी की मूर्ति से टपकते पानी को भगवान कृष्ण का ‘चरणामृत’ समझकर पीने के लिए लंबी कतारें लगाईं। वीडियो में देखा जा सकता है कि श्रद्धालु पानी को अपने कपों में भर रहे हैं या हाथों से ले रहे हैं, मानकर कि यह दिव्य जल है।
वास्तविकता का खुलासा
हालांकि, यह पानी वास्तव में एयर कंडीशनर का डिस्चार्ज पानी था। वीडियो में एक व्यक्ति ने भक्तों को चेतावनी देते हुए कहा कि वे जो पानी पी रहे हैं, वह एसी का है। इसके बावजूद, कई लोग इस चेतावनी को नजरअंदाज करते हुए पानी पीते रहे।
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सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
यह वीडियो वायरल हो गया और इसे लाखों बार देखा गया। टिप्पणी सेक्शन में, लोगों ने भक्तों की अंधविश्वास और वैज्ञानिक सोच की कमी पर सवाल उठाए। कुछ ने चिंता जताई कि ऐसी सोच समाज में मिथकों और अंधविश्वास को बढ़ावा देती है।
स्वास्थ्य चेतावनी
द लिवर डॉक ने भी अपने फॉलोअर्स को चेतावनी दी कि एसी का पानी पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। उन्होंने बताया कि कूलिंग सिस्टम विभिन्न संक्रमणों, खासकर फंगस, के लिए उपयुक्त होते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए खतरनाक हो सकते हैं।
इस घटना ने कुछ यूजर्स को 2012 में मुंबई की एक घटना की याद दिलाई, जहां एक यीशु की मूर्ति से पानी टपकने लगा था। बाद में पता चला कि यह पानी खराब सीवेज सिस्टम के कारण था।
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निष्कर्ष
यह घटना एक बार फिर यह दिखाती है कि कैसे लोग धार्मिक आस्था के नाम पर तथ्यों की अनदेखी कर सकते हैं। यह एक महत्वपूर्ण संदेश है कि विज्ञान और तर्क की कमी से न केवल व्यक्तिगत स्वास्थ्य पर, बल्कि समाज पर भी गंभीर प्रभाव पड़ सकता है।