India News (इंडिया न्यूज),Ayodhya Ram Mandir: प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में शामिल होने के सवाल पर कांग्रेस ने अपना रुख साफ कर दिया है। कांग्रेस पार्टी ने कहा है कि अधूरे राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा सिर्फ राजनीतिक वजहों से हो रही है।
कांग्रेस के नेता प्रमोद कृष्णम ने अपनी ही पार्टी के शीर्ष नेतृत्व पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण ठुकराना करोड़ों हिंदुओं की आस्था पर चोट पहुंचाना है। यह फैसला पूरी तरह से गलत है। इस फैसले पर पुनर्विचार किए जाने की जरूरत है।
राम बिना भारत की कल्पना नहीं
कांग्रेस नेता ने शुक्रवार को अयोध्या में थे। इस दौरान एक बातचीत में उन्होंने कहा कि पार्टी में कुछ नेता राम विरोधी हैं। प्रभु राम किसी एक पार्टी के नहीं, उन्हें किसी राज्य तक सीमित नहीं किया जा सकता है। श्रीराम को एक देश की सीमा में भी कैद नहीं कर सकते हैं। वह अखिल कोट ब्रह्मांड नायक हैं। भगवान राम के बिना भारत की कल्पना भी नहीं की जा सकती है।
कांग्रेस के नेता प्रमोद कृष्णम ने कहा कि अयोध्या में सिर्फ राम मंदिर नहीं बन रहा है। ये सनातन धर्म का ऐतिहासिक पल है, ये भारत का उत्सव और गौरव है। 22 जनवरी भारत में रामराज्य की पुर्नस्थापना का दिन है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सभी शंकराचार्यों को प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आना चाहिए था। भगवान राम उनसे बहुत बड़े हैं।
कांग्रेस पार्टी तुष्टिकरण की नीति पर
प्रदेश के पिछड़ा वर्ग कल्याण राज्य मंत्री नरेंद्र कश्यप ने कहा कि कांग्रेसियों की आस्था शायद भगवान श्री राम में नहीं है। कांग्रेस पार्टी से प्राण प्रतिष्ठा समारोह का आमंत्रण ठुकराने के सवाल पर उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी का निमंत्रण को ठुकराना, इस बात को इंगित करता है कि कांग्रेस पार्टी सिर्फ तुष्टिकरण की नीति पर आ गई है।
करोड़ों राम भक्त अयोध्या आएंगे
उन्होंने कहा कि 22 जनवरी के बाद पूरे प्रदेश और देशभर के लाखों, करोड़ों राम भक्त अयोध्या आएंगे। राम लला का दर्शन पूजन करेंगे। बीजेपी ने पूरी तैयारी कर ली है। राम भक्तों की सुविधा के मुताबिक रामलला का दर्शन कराने के लिए रणनीति बना ली गई है।
बीजेपी और सरकार के लोग अतिथि देवो भव के सिद्धांत के मुताबिक चरणबद्ध तरीके से दर्शन कराएंगे। अयोध्या में बीजेपी के हजारों पदाधिकारी हजारों कार्यकर्ता आने वाले राम भक्तों को दर्शन कराने में सहयोग करेंगे। सरकार और संगठन ने भी मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के दर्शन कराने की पूरी योजना बनाकर अपने काम को शुरू कर लिया है।
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