By: Ajeet Singh
• LAST UPDATED : December 12, 2024, 9:34 pm ISTसंबंधित खबरें
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India News (इंडिया न्यूज),Anganwadi centers: योगी सरकार प्रदेश की महिलाओं और बच्चों के समुचित विकास और स्वास्थ्य संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए कई योजनाएं चला रही है। इसके लिए प्रदेश के आंगनबाड़ी केंद्रों को और भी स्मार्ट और आधुनिक बनाया जा रहा है। इसके लिए योगी सरकार आंगनबाड़ी केंद्रों को किराए के भवनों से हटाकर खुद के भवनों में शिफ्ट करने का काम तेजी से कर रही है। पिछले छह सालों में प्रदेश में 13 हजार से ज्यादा आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण उच्च गुणवत्ता के साथ किया गया है। जबकि 8 हजार से ज्यादा आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण पर काम चल रहा है।
बच्चों और महिलाओं के विकास के प्रति मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रतिबद्धता ने आंगनबाड़ी केंद्रों को जनता के बीच नई पहचान दिलाई है। महिला एवं बाल विकास विभाग और पंचायती राज विभाग के समन्वय से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि सभी आंगनबाड़ी केंद्र गुणवत्तापूर्ण भवनों में संचालित हों। सरकार की योजना के तहत जो केंद्र अभी भी किराए के मकानों में चल रहे हैं, उनके लिए मनरेगा योजना के तहत भवनों का निर्माण कार्य तेजी से कराया जा रहा है।
समें आई जानकारी के अनुसार, मनरेगा योजना के तहत जहां पिछले वित्तीय वर्ष 2023-24 में कुल 1981 आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण किया गया, वहीं चालू वित्तीय वर्ष में भी अब तक 1122 से अधिक आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। इस वर्ष योजना के तहत आंगनबाड़ी केंद्रों के निर्माण में 13262.15 लाख रुपये की राशि भी खर्च की गई है। जबकि 8 हजार से अधिक आंगनबाड़ी केंद्रों पर कार्य प्रगति पर है। योगी सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि आंगनबाड़ी केंद्रों का निर्माण कार्य पंचायत स्तर पर पूरी पारदर्शिता और गुणवत्ता के साथ पूरा हो।
योगी सरकार की योजना आंगनबाड़ी केंद्रों को सिर्फ इमारतों तक सीमित रखने की नहीं है, बल्कि उन्हें प्री-प्राइमरी स्कूलों की तर्ज पर स्मार्ट सुविधाओं से लैस करने की भी है। बच्चों को खेल-खेल में शिक्षा मिले और उनका शुरुआती वर्षों में बेहतर विकास हो, इस पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। इन केंद्रों में बच्चों के लिए अध्ययन सामग्री, स्मार्ट टीवी और गर्मी में आराम के लिए एसी जैसी सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं। बच्चों के खेलने के लिए भी विशेष व्यवस्था की गई है। केंद्र पर टेबल, कुर्सी और चित्र पुस्तकों की व्यवस्था की जा रही है। इसके साथ ही एलपीजी सिलेंडर, वाटर प्यूरीफायर, केंद्र कक्ष का विद्युतीकरण, शौचालय की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जा रही है।
इस प्रयास से आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है। सरकार ने 15 अगस्त 2025 तक प्रदेश के 75 हजार आंगनबाड़ी केंद्रों का जीर्णोद्धार कर उन्हें आधुनिक बनाने का लक्ष्य रखा है। इसके लिए 18 मानक (संकेतक) तय किए गए हैं। इन मानकों के अनुसार हर केंद्र को विकसित किया जा रहा है।
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