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India News(इंडिया न्यूज़)Maha Kumbh 2025: उत्तर प्रदेश के नगीना से आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के सांसद चंद्रशेखर आजाद ने एक तरफ महाकुंभ की तारीफ की है तो दूसरी तरफ कटाक्ष करते हुए सवाल भी उठाए हैं। सोशल मीडिया साइट एक्स पर सांसद ने कहा कि सरकार में इतनी ताकत है कि जब सरकार ठान ले तो असंभव कार्य भी संभव हो जाते हैं। 6 महीने में रेत पर शहर खड़ा करना भी इसी ताकत का उदाहरण है, जो दर्शाता है कि अगर सरकार चाहे तो कोई भी बड़ी चुनौती हल हो सकती है।
सरकार के पास इतनी शक्ति होती है कि जब सरकार ठान लेती है, तो असंभव कार्य भी संभव हो जाते हैं। 6 महीने में रेत पर इस तरह एक शहर बसाना भी इसी शक्ति का उदाहरण है, जो दर्शाता है कि अगर सरकार चाहती है, तो किसी भी बड़ी चुनौती का समाधान किया जा सकता है।
लेकिन जब बात आती है देश के गरीब,… pic.twitter.com/ZPCYQ4jwT6
— Chandra Shekhar Aazad (@BhimArmyChief) January 13, 2025
आजाद ने सरकार की प्राथमिकता पर सवाल उठाते हुए कहा कि लेकिन जब देश के गरीबों, किसानों, मजदूरों, पिछड़ों, दलितों, आदिवासियों और महिलाओं के अधिकारों और सुरक्षा की बात आती है तो सवाल उठता है कि अगर ये आयोजन इतने बड़े पैमाने पर हो सकते हैं तो शिक्षा, चिकित्सा, महिला सुरक्षा, रोजगार और बच्चों के भविष्य के लिए ऐसी इच्छाशक्ति क्यों नहीं दिखाई जा रही है।
नगीना सांसद ने कहा कि झांसी में आग लगने से नवजात शिशुओं की मौत और ऑक्सीजन की कमी से बच्चों की मौत – ये घटनाएं साफ दिखाती हैं कि लोगों की जिंदगी और उनके बुनियादी अधिकार हमारी प्राथमिकताओं में बहुत पीछे छूट गए हैं।
चंद्रशेखर ने कहा कि क्या हमारी प्राथमिकताएं गलत हैं? क्या सामाजिक उत्थान के प्रति गंभीरता की कमी है? क्या व्यापक जनकल्याण के लिए सरकार से सवाल करना हमारे लिए गलत है? अगर यही दृढ़ संकल्प और इच्छाशक्ति समाज के वंचित वर्ग के उत्थान के लिए इस्तेमाल की जाए तो स्थायी बदलाव संभव है। जय भीम, जय भारत, जय संविधान।
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