इंडिया न्यूज,उत्तर प्रदेश,( Mulayam Singh Yadav used to give exams only after listening to the notes ) : ऐसे थे हमारे उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव उनकी याददाश्त इतनी तेज थी कि वो सिर्फ नोट्स सुनकर ही परीक्षा दे आते थे । उनके मित्र विश्राम सिंह बताते हैं कि मुलायम सिंह यादव ने इटावा से ग्रेजुएशन किया है। वह पढ़ने-लिखने में बहुत अच्छे थे। सामाजिक कार्यों में लगे रहने के कारण वह कभी अपने नोट्स नहीं बना पाते थे। मगर, उनकी याददाश्त बहुत तेज थी। मैं परीक्षा के लिए अक्सर नोट्स बनाता था और वह कभी नोट्स नहीं बनाते थे । जब हम परीक्षा के दौरान पढ़ाई करने बैठते थे तो नेताजी बोलते थे कि तुम जोर से बोल-बोल कर पढ़ो, मैं सुन रहा हूं। जब हम बोल-बोल कर प्रश्न-उत्तर याद करते थे, वे सुनकर ही तैयार कर लेते थे। इसी तैयारी के आधार पर वह पेपर दे आते थे। उनका रिजल्ट भी हमारे बराबर आता था। इसी तरह वह एक बार जिस व्यक्ति से ढंग से मिल लेते थे, उसको भी नहीं भूलते थे। वह ज्यादातर लोगों को उनके नाम से बुलाते थे।

82 की उम्र में हो गया निधन

मुलायम सिंह यादव का 82 साल की उम्र में सोमवार को निधन हो गया। उनके निधन से सपा के गढ़ कहे जाने वाले सैफई, इटावा, मैनपुरी और फिरोजाबाद के लोग शोक में डूबे हैं। इटावा जहां मुलायम का गृह जनपद रहा, तो फिरोजाबाद उनकी कर्मभूमि। यहां मुलायम के साथ पढ़े और राजनीति में उतरे कई ऐसे चेहरे हैं जिनके साथ नेताजी हमेशा कंधे से कंधा मिलाए रहे।

1967 में यूपी विधानसभा से चुने गए सदस्य

नेताजी साल 1967 में यूपी विधानसभा से सदस्य चुने गए थे ।उन्होंने इटावा के केके कॉलेज से ग्रेजुशन किया था। उन्होंने राजनीति शास्त्र में बीए और एम किया था।

ये भी पढ़े : मोबाइल एप्लिकेशन धोखाधड़ी मामला: कारोबारी नासिर के ठिकानों पर ईडी के छापे, मिला नोटों का अंबार

आरएसएमएसएसबी सीईटी के लिए आनलाइन आवेदन हो रहे शुरु,किन पदों पर होगी भर्ती,कब तक करें आवेदन,जानें

हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे !