संबंधित खबरें
Mahakumbh 2025: महाकुंभ पर गुरपतवंत पन्नू का धमकी के बाद खुद अमिताभ यश ने संभाला मोर्चा, जानिए क्या कहा
Mahakumbh 2025: UP के पूर्व CM अखिलेश यादव की योगी सरकार से अपील, कहा- 'कुप्रबंधनका मॉडल बन गया है'
Maha Kumbh Gram Luxury Tent: लग्जरी टेंट सिटी 'महाकुंभ ग्राम' तैयार, जानें कैसे और कहां करें बुकिंग
महाकुम्भ 2025 के दौरान बस स्टेशन में बजेंगे धार्मिक गीत, स्टाफ को दी जाएगी मृदु व्यवहार की ट्रेनिंग
अटल जी के जन्म शताब्दी वर्ष पर CM योगी सरकार का तोहफा
'मंदिरों पर हिन्दू दावा नहीं करेगा तो…', मोहन भागवत के बयान पर फायर हुए रामभद्राचार्य, कही ये बड़ी बात
India News (इंडिया न्यूज),Mahakumbha Mela 2025: संगम नगरी प्रयागराज में 13 जनवरी से शुरू हो रहे महाकुंभ में शंकराचार्यों और अन्य बड़े संतों के साथ योगी बाबा का शिविर भी लग रहा है। यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के इस शिविर में आने वाले संतों और श्रद्धालुओं को योग की ट्रेनिंग दी जाएगी और प्रवचन, राम कथा, यज्ञ और झांकियों के दर्शन के साथ ही कई अन्य आध्यात्मिक आयोजन भी होंगे।
योगी बाबा खुद कई दिनों तक इस शिविर में रहेंगे, लेकिन वे सीएम के तौर पर नहीं, बल्कि योगी महासभा के अध्यक्ष और नाथ संप्रदाय के प्रमुख के तौर पर एक संत के तौर पर यहां रहेंगे। सरकारी खर्च पर बन रहा योगी बाबा का यह शिविर अपनी भव्यता और दिव्यता के कारण महाकुंभ में लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। इसका महाराजा स्विस कॉटेज किसी फाइव स्टार होटल के कमरों की तर्ज पर बनाया जा रहा है।
मोदी और योगी की सरकारें प्रयागराज के महाकुंभ को भव्य और दिव्य तरीके से आयोजित करने में जुटी हैं। प्रयागराज शहर में प्रवेश करते ही महाकुंभ की भव्यता और दिव्यता का अहसास होता है, लेकिन इसका असली रंग मेले के दौरान सेक्टर 18 में तैयार हो रहे अखिल भारतीय योगी महासभा के शिविर में देखने को मिलेगा। योगी महासभा के अध्यक्ष यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ हैं, इसलिए यहां की साज-सज्जा और सुविधाओं का अंदाजा लगाना कोई मुश्किल काम नहीं है। मुश्किल इसलिए भी नहीं क्योंकि महासभा के अध्यक्ष सीएम योगी को खुद इस शिविर में न सिर्फ कई बार आना पड़ता है, बल्कि यहां रात्रि विश्राम भी करना पड़ता है।
करीब दस बीघा जमीन पर तैयार हो रहे योगी बाबा के शिविर में इस बार जर्मन हैंगर पैटर्न के चार बड़े पंडाल बनाए जा रहे हैं। एक पंडाल में प्रदर्शनी लगेगी और इसके साथ ही प्रवचन, योग और कथावाचन के कार्यक्रम होंगे। दूसरे पंडाल में नाथ संप्रदाय के बड़े संतों को ठहराया जाएगा। तीसरे पंडाल में संतों-महात्माओं को भोजन कराया जाएगा और चौथे पंडाल में सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए जाएंगे।
योगी बाबा के इस शिविर में एक बड़ी यज्ञशाला भी तैयार की जाएगी, जिसमें पुजारी और आचार्य दिनभर हवन और धार्मिक पाठ करेंगे। इसके साथ ही शिविर में अन्य धार्मिक आयोजन भी होंगे, जो अन्य संत-महात्माओं के यहां होते हैं। शिविर में बड़ी संख्या में पारिवारिक स्विस कॉटेज बनाए जा रहे हैं, जिनमें से करीब डेढ़ दर्जन महाराजा श्रेणी के हैं। इनमें सितारा होटलों के कमरों जैसी सुविधाएं होंगी, लेकिन इस बात का भी ध्यान रखा जा रहा है कि भव्यता के चक्कर में आध्यात्म पीछे न छूट जाए।
शिविर में पचास से अधिक साधारण कॉटेज तैयार किए जा रहे हैं, जबकि वीआईपी अतिथियों के ड्राइवर और अन्य स्टाफ के लिए जर्मन पैगोडा रूम बनाए जा रहे हैं। शिविर में बनाए जाने वाले स्विस कॉटेज में अटैच बाथरूम होंगे, जबकि पंडालों और साधारण झोपड़ियों में ठहरने वालों के लिए अलग से करीब सौ शौचालय और बाथरूम बनाए जा रहे हैं। योगी बाबा के लिए दो विशेष झोपड़ियां बनाई जा रही हैं और इसके साथ ही उनके लिए एक अलग पूजा घर, पुस्तकालय और मीटिंग हॉल भी तैयार किया जा रहा है।
सभी पंडालों और शिविरों में लकड़ी के फर्श पर नई मैटिंग बिछाई जाएगी और सोफा, कुर्सियां, मेज और अन्य सामान भी एकदम नए होंगे। यह शिविर योगी महासभा के महामंत्री महंत चितई नाथ के मार्गदर्शन और महासभा से जुड़े बरसाई नाथ महाराज की देखरेख में बनाया जा रहा है। शिविर की तैयारियों का जायजा लेने के लिए सीएम योगी खुद किसी दिन यहां पहुंच सकते हैं। हालांकि, वह एक बार बाहर से शिविर का नजारा देख चुके हैं।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.