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India News (इंडिया न्यूज़),Harsha Richharia on Sambhal: प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ के दौरान हर्षा रिछारिया ने एक बार फिर से अपने विवादास्पद बयानों के चलते सुर्खियां बटोरी हैं। उन्होंने कहा कि मैं अपने धर्म के लिए बात कर रही हूं। जहां-जहां मंदिर निकल रहे हैं और खुदाई हो रही है वो भी जरूरी है क्योंकि सनातन धर्म और संस्कृति सबसे पुराना धर्म और संस्कृति है।
हर्षा रिछारिया ने अपने धर्म और संस्कृति की प्राचीनता पर जोर देते हुए कहा कि संभल में चल रही मंदिर-मस्जिद की खुदाई को लेकर साध्वी ने कहा, “जहां-जहां खुदा है, वहां-वहां खुदेगा। अगर शिव निकलते हैं तो जमीन हमारी होगी और वहां मंदिर बनेगा। अगर शिव नहीं निकले तो जमीन उनकी होगी। सनातन धर्म ब्रह्मांड का सबसे पुराना धर्म है, जिसे कोई झुठला नहीं सकता। उन्होंने यह भी कहा कि भारत में हर व्यक्ति को अपने विचार रखने का अधिकार है, और वह भी इसी आजादी का इस्तेमाल कर रही हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनका उद्देश्य सरकार या किसी समुदाय के खिलाफ कुछ बोलना नहीं है, बल्कि अपने धर्म के पक्ष में खड़े होना है।
हर्षा रिछारिया ने मंदिरों के मुद्दे पर बोलते हुए कहा कि हमारे कई मंदिर तोड़े गए या उन पर कब्जा कर लिया गया है। अब जब खुदाई में उन्हें वापस पाया जा रहा है, तो इसे गलत नहीं कहा जा सकता। उन्होंने दोहराया कि सनातन धर्म और संस्कृति की रक्षा करना उनका उद्देश्य है।
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हर्षा रिछारिया अक्सर अपनी बेबाक राय के कारण चर्चाओं में रहती हैं। उन्हें कई बार राजनीतिक नेताओं की तरह बयानबाजी करने का आरोप भी झेलना पड़ा है। हालांकि, उन्होंने कहा कि वह जो कुछ भी करती हैं, वह पूरी तरह सही है और इसका उद्देश्य सिर्फ अपने धर्म की रक्षा करना है। संभल में चल रही खुदाई और मंदिर-मस्जिद विवाद पर साध्वी के बयान ने एक नई बहस को जन्म दिया है। उनका कहना है कि धार्मिक और सांस्कृतिक स्थलों की पहचान और उनकी पुनर्स्थापना के लिए यह कदम जरूरी है।
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