India News (इंडिया न्यूज़), Jayant Chaudhary, लखनऊ: आरएलडी मुखिया जयंत चौधरी उत्तर प्रदेश खासकर पश्चिमी यूपी अपनी जड़े मजबूत करना चाहते है। जयंत (Jayant Chaudhary Samrasta Abhiyan ) के दादा चौधरी चरण सिंह और उनके पिता अजित ने जिस जनाधार को बनाया था उसे पिछले कुछ समय ऱाष्ट्रीय लोक दल (RLD) ने खो दिया है। जनाधार बढ़ाने को लेकर जयंत 1500 गांवों का संकल्प लेकर निकले है। जयंत हर गांव तक पहुंचना चाहते है। समाजवादी पार्टी से 2022 के चुनाव में आरएलडी ने गठबंधन किया था पर इस यात्रा पर जयंत अकेले ही निकले है।
- अकेले ही वह इस यात्रा पर निकले है
- निकाय चुनाव में गठबंधन में खटास आई
- 140 गांवों का दौरा पूरा कर लिया
जयंत चौधरी ने अपने इस अभियान को समरसता अभियान नाम रखा है। 1500 में से 140 का दौरा जयंत पूरा कर चुके है। एक तरफ तो वह उन्हें बीजेपी से लड़ने वही वह बिना गठबंधन अपने दम पर अपना खोया जनाधार पाने कि कोशिश कर रहे है।
बीजेपी ने साधा निशाना
जयंत चौधरी अपने पुराने जाट-मुस्लिम गठबंधन पर मजबूत करने चाहते है। साथ ही वह हर वर्ग की बात भी कर रहे है। निकाय चुनाव में आरएलडी और सपा में दूरी आ गई थी। अभी वह यह दूरी बरकरार है। बीजेपी ने जयंत ने इस यात्रा पर सवाल उठाए है। बीजपी नेता धर्मेंद्र भारद्वाज ने कहा, जब कवाल कांड हुआ था और गौरव सचिन की हत्या हुई थी तब ये समरसता अभियान क्यों नहीं दिखा था।
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