India News (इंडिया न्यूज़), Land For Job Scam: ‘लैंड फॉर जॉब’ मामले में सीबीआई की टीम देशभर में 9 जगहों पर छापेमारी कर रही है। सीबीआई ने पटना, आरा, भोजपुर, दिल्ली और गुरुग्राम में छापेमारी की है। बिहार के पूर्व मंत्री प्रेमचंद गुप्ता के ठिकानों पर भी सीबीआई की छापेमारी चल रही है। साथ ही Rashtriya Janata dal (RJD) अध्यक्ष लालू यादव के करीबी विधायक किरण देवी के पटना और आरा के घर पर भी सीबीआई छापा मारा है। किरण देवी पूर्व विधायक अरुण यादव की पत्नी हैं अरुण यादव एक बड़े बालू कारोबारी हैं।
2004 से 2009 तक के बीच जुड़ा है मामला
यह मामला लालू प्रसाद के 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री रहने के दौरान उनके परिवार को उपहार में दी गई या बेची गई जमीन के बदले रेलवे में की गई नियुक्तियों से जुड़ा है। इसे लेकर सीबीआई भी जांच कर रही है सीबीआई ने अपने आरोप पत्र में कहा है कि भारतीय रेलवे के निर्धारित मानदंडों और प्रक्रियाओं का उल्लंघन करते हुए रेलवे में नियुक्तियां की गईं थी।
लगभग2 00 करोड़ की है संपत्ति
लालू यादव के रेल मंत्री रहने के दौरान उनके परिवार ने नौकरी के बदले जमीन मामले में मांगी गई भूमि की कीमत वर्तमान में लगभग2 00 करोड़ रुपये है। केंद्रीय एजेंसी ने लालू प्रसाद के परिवार पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए अन्य संपत्तियों की एक लंबी सूची भी जारी की थी और कहा था कि यह संपत्ति भी लालू यादव परिवार ने उस घोटाले के माध्यम से ही अर्जित किया है।
‘लैंड फॉर जॉब’ घोटाला क्या है?
2004 से 2009 के बीच लालू प्रसाद यादव यूपीए सरकार में रेल मंत्री थे। आरोप है कि लालू के रेल मंत्री रहते हुए रेलवे भर्ती में घोटाला हुआ। नौकरी लगवाने के बदले आवेदकों से जमीन और प्लॉट लिए गए। सीबीआई ने इस मामले में जांच के बाद लालू प्रसाद यादव और उनकी बेटी मीसा भारती के खिलाफ मामला दर्ज किया। आरोप है कि जो जमीनें ली गईं वो राबड़ी देवी और मीसा भारती के नाम पर भी ली गईं।