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India News (इंडिया न्यूज़), Lucknow News : उत्तर प्रदेश में 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले पसमांदा मुसलमानों के बाद अब सूफी मुसलमानों को जोड़ने पर दांव लगाने जा रही है भाजपा। भाजपा का अल्पसंख्यक मोर्चा इसके लिए सूफी संवाद महाअभियान चलाने जा रहा है। इसकी शुरुआत 15 अक्टूबर से होगी। यूपी में पहले चरण में यह अभिुयान वाराणसी, लखनऊ, कानपुर, प्रयागराज और मुरादाबाद में चलाया जाएगा। इसके बाद पूरे यूपी में इस अभियान के जरिए अल्पसंख्यक वर्ग को लुभाने की कोशिश की जाएगी।
इस अभियान में कौमी चौपाल लगाकर केंद्र और यूपी सरकार के कामकाज को बताए जाएंगें, साथ ही यह भी बताया जाएगा कि भाजपा ने मुसलमानों के लिए क्या काम किया। इस सूफी संवाद की शुरुआत गुरुवार को बीजेपी प्रदेश मुख्यालय से हुई। यूपी के अलग-अलग जिलों से आए करीब 150 से ज्यादा सूफियों और सज्जादानसीन के बीच इस समारोह को पहुंचाने की ट्रेनिंग दी गई।
भाजपा ने इस अभियान को चलाने की जिम्मेदारी अल्पसंख्यक मोर्चे को दी है। अल्पसंख्यक मोर्चे के प्रदेश अध्यक्ष कुंवर बाशित अली बताते हैं कि रायपुर में बीती दो फरवरी को हुई अल्पसंख्यक मोर्चे की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक में इसकी योजना तैयार हुई थी। इसमें तय किया गया कि इस अभियान से उलेमा, मौलाना और सूफी मुसलमान जोड़े जाएंगे। इसके लिए बाकायदा कौमी चौपाल लगायी जाएगी, जिसमें भाजपा के केंद्र और प्रदेश के बड़े नेता उन्हें समझाने की कोशिश करेंगे कि मुसलमानों के जीवन में बदलाव लाने के लिए सरकार क्या कर रही है।
यह भी बताया जाएगा कि सरकार की लाभार्थी योजनाओं का फायदा सबसे ज्यादा मुसलमानों को मिला है। इस अभियान का राष्ट्रीय प्रभारी अल्पसंख्यक मोर्चे में रहे मौलाना शुएब कासमी को दी गई है। वह बताते हैं कि इस अभियान को चलाने के पीछे मकसद यह है कि भाजपा की विचारधारा सूफी मुसलमानों के बीच पहुंचे।
दरअसल सूफी मुसलमान ज्यादा अमन पसंद होते हैं, इस वजह से उन तक अपनी बात पहुंचाना आसान है। इस अभियान से अजमेर शरीफ और निजामुद्दीन औलिया की दरगाह के लोगों को साथ लिया गया है। मोर्चे के प्रदेश अध्यक्ष बाशित अली बताते हैं कि बीजेपी करीब एक हजार मजारों और दरगाहों पर पहुंचेगी। वहां लोगों के बीच बीजेपी सरकार की बात की जाएगी।
बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चे के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी बताते हैं कि पार्टी सभी अल्पसंख्यकों तक पहुंचने की कोशिश कर रही है। सूत्रों का कहना है कि सूफी संवाद के कार्यक्रम पहले चरण में करीब देश भर में 100 लोकसभा सीटों पर करने की योजना है। उन लोकसभा क्षेत्रों में बडे पैमाने पर आयोजित किए जाएंगे, जहां मुस्लिम आबादी 20 फीसदी या उससे भी अधिक है। सूफी संवाद कार्यक्रम में सेमिनार, संवादके साथ मुस्लिम समाज के लोगों के घरों तक पहुंचकर भी बात की जाएग़ी।
सूफी संवाद कार्यक्रम में बीजेपी के नेता दरगाहों में होने वाली कव्वाली और सूफी म्यूजिक नाइट जैसे आयोजन भी होंगे। बीजेपी के बड़े नेता, केंद्रीय और यूपी सरकार के मंत्री और अल्पसंख्यक वर्ग के नेता दरगाहों पर कव्वाली सुनेंगे। इस दौरान यह भी बताया जाएगा कि मोदी सरकार ने बिना भेदभाव के अल्पसंख्यकों के लिए काम किया है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी जी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार सभी को योजनाओं का लाभ पहुंचा रही है।
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