India News (इंडिया न्यूज़), Madhumita shukla murder case: मधुमिता शुक्ला हत्याकांड में उम्रकैद की सजा काट रहे उत्तर प्रदेश सरकार में पूर्व मंत्री रहे माफिया टर्न एवं पॉलिटिशियन अमरमणि त्रिपाठी के उनके अच्छे आचरण और उम्र को आधार बनाकर उनका रिहाई की जा रही है। वहीं इसके बाद कवयित्री मधुमिता शुक्ला की बहन निधि शुक्ला इससे खुद को असुरक्षित महसूस कर रही हैं। वह अपनी और अपने परिवार की जान को इससे खतरा बता रही है। उन्होंने कहा है कि, उनकी लोकेशन लगातार ट्रेस की जा रही है। कई अधिकारी और अनजान लोग उन्हें फोन करके पता कर रहे हैं कि वे कहां हैं।
बता दे कि, निधि शुक्ला ने रिहा होने के बाद भी अमर मणि त्रिपाठी के घर न आने पर सवाल खड़ा कर दिया है। जिससे उन्होंने आशंका जताई है कि अमरमणि त्रिपाठी बाबा राघवदास मेडिकल कॉलेज के वार्ड नंबर 15, 16 में रहकर कोई नई साजिश रच रहे हैं।
अमरमणि की मदद कर रहे हैं अफसर
आगे उन्होंने कहा कि, अमरमणि मेडिकल कॉलेज में रहकर अपनी बीमारी संबंधी कागज तैयार करने में लगे हैं, ताकि सुप्रीम कोर्ट में अपनी बीमारी का सबूत दे सकें। प्रदेश के कई वरिष्ठ अधिकारी इस काम में अमरमणि की मदद कर रहे है।
वह कहती है कि, उनकी लोकेशन लगातार ट्रेस की जा रही है। अधिकारी भी कॉल करके दबाव बना रहे है। उन्होंने बताया कि वह अधिकारियों के कॉल रिकॉर्ड सुप्रीम कोर्ट में देंगी। उन्होंने कहा कि अमरमणि त्रिपाठी अब तक पूरी सजा में सिर्फ डेढ़ दो साल ही जेल में रहे हैं। बाकी समय अस्पताल में ही बिताया है।
क्या था पूरा मामला?
बीस साल पहले कवियत्री मधुमिता शुक्ला की हत्या की गई थी। जिसके बाद मामले की जांच सीबीआई ने की थी और इसके आरोप में सीबीआई ने अमरमणि त्रिपाठी और उनकी पत्नी मधुमणि त्रिपाठी को दोषी पाते हुए अदालत में चार्जशीट दाखिल की थी। बाद में इस मुकदमे को देहरादून स्थानांतरित कर दिया गया था और कोर्ट ने उन्हें आजीवन कारावास की सजा सुना दी थी। अमरमणि और मधुमणि को 20 वर्ष एक माह और 20 दिन से जेल में हैं। वहीं अब उनकी रिहाई का आदेश जारी किया जा चुका है। हालांकि लेकिन पत्नी अभी भी मेडिकल कॉलेज में हैं।
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