संबंधित खबरें
महाकुंभ में गूंजती नारी शक्ति, अखाड़ों में पहली बार 1000 मातृशक्ति को संन्यास दीक्षा का गौरव
दुनिया के हर कोने तक महाकुंभ की गूंज, डिजिटल मीडिया सेंटर बना वैश्विक आकर्षण का केंद्र
महाकुंभ से चमकी प्रयागराज की अर्थव्यवस्था, व्यापार में दोगुनी से तिगुनी वृद्धि, होटल और खुदरा बाजार में मुनाफे की बौछार
महाकुंभ में भारत की गौरव गाथा पर विशेष व्याख्यान, सीएम योगी को मिला साधु-संतों का आभार
महाकुंभ में आए रूस के रहने वाले ‘मस्कुलर बाबा’, 7 फीट हाइट…सोशल मीडिया पर काफी चर्चा
रवि किशन ने संगम में लगाई आस्था की डुबकी, प्रयागराज का विकास सबको नजर आ रहा
India News(इंडिया न्यूज),Mahakumbh 2025: प्रयागराज में संगम तट पर आयोजित कुंभ महापर्व के तहत मौनी अमावस्या से पहले 1800 से अधिक साधु नागा बनने की प्रक्रिया से गुजरेंगे। जूना अखाड़े में यह प्रक्रिया आरंभ हो चुकी है, जो 48 घंटे में पूरी होगी। नागा दीक्षा के बाद साधु मौनी अमावस्या पर अखाड़ों के साथ अमृत स्नान करेंगे। जूना अखाड़े के महंत रमेश गिरि ने बताया कि धर्म ध्वजा के नीचे 24 घंटे की तपस्या के साथ दीक्षा का शुभारंभ हुआ है।
साधुओं की नागा दीक्षा गंगा में 108 पवित्र डुबकी के बाद आरंभ होती है। इस दौरान क्षौर कर्म, विजय हवन और गुरु द्वारा दी जाने वाली पांच विशेष वस्तुओं का वितरण किया जाता है। आचार्य महामंडलेश्वर के नेतृत्व में दीक्षा प्रक्रिया पूरी होती है। 19 जनवरी की सुबह साधुओं को अंतिम संस्कारात्मक प्रक्रिया से गुजरते हुए नागा बनाया जाएगा।
महाकुंभ अखाड़ों के विस्तार और नागा साधुओं की दीक्षा का विशेष अवसर होता है। नागा साधु बनने के बाद साधु सामाजिक बंधनों से मुक्त हो जाते हैं। चोटी काटने और तंगतोड़ क्रिया नागा दीक्षा की अहम प्रक्रियाएं हैं। इनसे साधु का सामाजिक जीवन समाप्त मान लिया जाता है। नागा बनने के बाद ही साधु को अखाड़ों में प्रशासनिक और आर्थिक जिम्मेदारियां सौंपी जाती हैं।
ठंड का डबल अटैक! बारिश के बाद छाया शहर में घना कोहरा, MP के इन जिलों में गरजेंगे बादल
अखाड़े की आंतरिक कमेटी प्रत्येक साधु की जांच-पड़ताल करती है। नागा बनने के लिए कठोर तपस्या और संस्कारों से गुजरना होता है। नागा बनने के बाद ही साधु को अखाड़े में महत्वपूर्ण पदों जैसे महामंत्री, सचिव और महंत पर नियुक्त किया जाता है।
जूना अखाड़े के बाद निरंजनी, महानिर्वाणी और उदासीन अखाड़ों में भी नागा साधु बनाने की प्रक्रिया शुरू होगी। मौनी अमावस्या से पहले सभी अखाड़े अपने नए नागा साधुओं को शामिल करेंगे। यह प्रक्रिया अखाड़ों के आध्यात्मिक और प्रशासनिक विस्तार के लिए जरूरी मानी जाती है।
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.