India News(इंडिया न्यूज), Akhilesh Yadav: लोककसभा चुनाव का आज (मंगलवार) तीसरा चरण जारी है। वहीं नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला भी चरम पर है। इसी बीच उत्तरप्रदेश का एक और मामला लोगों के बीच चर्चा में है। सोमवार को अपना प्रचार अभियान शुरू करने से पहले समाजवादी पार्टी प्रमुख और कन्नौज लोकसभा सीट से सपा प्रत्याशी अखिलेश यादव पूजा-अर्चना करने के लिए सिद्धपीठ बाबा गौरी शंकर महादेव मंदिर का पहुंचे थें। उनकी इस यात्रा का एक वीडियो सोशल मीडिया पर अब तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में यादव के मंदिर परिसर से चले जाने के बाद भाजपा कार्यकर्ता मंदिर में कुछ असामान्य करते नजर आ रहे हैं।
जूते पहनकर मंदिर में आएं मुस्लिम नेता
वायरल हो रहे वीडियो में सपा प्रमुख के जाने के बाद गौरी शंकर महादेव मंदिर को गंगाजल से साफ करते हुए दिखाया गया है। जो जाहिर तौर पर धार्मिक स्थल पर यादव की पहले की उपस्थिति के जवाब में है। हालांकि, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने आरोप लगाया है कि अखिलेश के साथ कई मुस्लिम नेता भी थें। जो जूते पहनकर मंदिर परिसर में दाखिल हुए। जिसके बाद मंदिर को गंगाजल से धोकर शुद्ध किया गया।
गैर-सनातनियों का प्रवेश वर्जित
बीजेपी के नगर अध्यक्ष शिवेंद्र कुमार ग्वाल के मुताबिक, अखिलेश के साथ आए कुछ मुस्लिम और अन्य कार्यकर्ता न सिर्फ जूते पहनकर मंदिर में घुसे थे, बल्कि कथित तौर पर वहां थूका भी था। ग्वाल ने कहा कि हालांकि उन्हें अखिलेश यादव के दौरे पर कोई आपत्ति नहीं है, लेकिन वह उन्हें “चुनावी हिंदू” मानते हैं। उन्होंने बताया कि मंदिर के बाहर लगे बोर्ड में साफ है कि गैर-सनातनियों का प्रवेश वर्जित है।
पिछड़े वर्ग के कारण धुलवाया मंदिर
आरोपों के जवाब में सपा नेता आईपी सिंह ने एक्स पर हिंदी में लिखा, ”अखिलेश यादव पिछड़े वर्ग के हैं, इसलिए बीजेपी ने मंदिर परिसर को धुलवाया है।”इससे पहले बीजेपी के लोगों ने लखनऊ में सीएम आवास को भी गंगा जल से धुलवाया था। बीजेपी का मानना है कि पिछड़े, दलित, वंचित और शोषित लोगों को हिंदू मंदिरों में पूजा करने का कोई अधिकार नहीं है। इस बार ये पीडीए, पिछड़े, दलित, वंचित और शोषित लोग मिलकर बीजेपी को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाएंगे।’