India News (इंडिया न्यूज़), Online Terrorism Training, लखनऊ: यूपी में जैश-ए-मोहम्मद, हिजबुल मुजाहिद्दीन, अलकायदा, ISIS और ISI के स्लीपिंग माड्यूल एक्टिव हैं। ये संगठन तालीम की आड़ में कट्टरपंथ, धर्मांतरण और आतंकी गतिविधियों की ऑनलाइन ट्रेनिंग दे रहे हैं। ATS सूत्रों ने बताया कि आतंकी संगठन से जुड़े लोग सोशल मीडिया पर कट्टरता फैलाने का काम कर रहे हैं।
- चार लोग पिछले दिनों गिरफ्तार
- ऑनलाइन करते है भर्ती
- केरल में दी जाती है हथियार और बम की ट्रेंनिग
पिछले दिनों पकड़े गए 4 संदिग्ध आतंकियों की ऑनलाइन ट्रेनिंग में देश विरोधी गतिविधियों का पता चला। पकड़े गए रिजवान और सद्दाम के पास से मिले मोबाइल फोन से कई सबूत मिले। उनकी गैलरी में बुरहान वानी, जाकिर मूसा और ओसामा बिन लादेन के साथ ही आतंकी घटनाओं के वीडियो मिले हैं। PFI एजेंट मुनीर ने मौलाना शादाब अजीज काशमी से जुड़ने के बाद पश्चिम यूपी में संगठन को मजबूत कर रहा था। वह 2015 में मौलाना शादाब के जरिए PFI से जुड़ा था।
मेरठ से गिरफ्तार किया गया
मौलाना शादाब को तीन अन्य आरोपियों के साथ पिछले साल मेरठ से गिरफ्तार किया गया था। सूत्रों के मुताबिक, यूपी एटीएस ने ISIS की विचारधारा से प्रभावित संदिग्ध आतंकी मुहम्मद तारिक अतहर को गिरफ्तार किया। गोरखपुर के खूनीपुर मोहल्ले का रहने वाला तारिक भी विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर सक्रिय रहकर नौजवानों को जिहादी विचारधारा से जोड़ रहा था।
केरल में हथियार चलाना और बम की ट्रेनिंग
लोग ऑनलाइन ट्रेनिंग लेने के बाद केरल में ट्रेनिंग लेने जाते हैं। जहां पर इनको हथियार चलाने से लेकर बम बनाने तक की ट्रेनिंग दी जाती है। इनके पहले पकड़े गए PFI एजेंट परवेज अहमद और रईस अहमद ने इस बात का खुलासा किया था। इन लोगों ने खुद हथियारों की ट्रेनिंग लेने के साथ प्रदेश के कई लोगों को इकट्ठा कर केरल भेजकर संगठन से जुड़ी ट्रेनिंग दिलवाई थी। अगस्त, 2022 में पकड़ा गया सहारनपुर में जैश का नदीम, फतेहपुर का हबीबुल और आजमगढ़ का ISI से जुड़ा सबाउद्दीन इसी राह पर चल रहे थे।
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