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India News (इंडिया न्यूज),UP News: उत्तर प्रदेश में बीजेपी ने आगामी लोकसभा चुनाव से पहले दलितों और महिलाओं के साथ पिछड़े वर्ग को जोड़ने पर काम शुरू कर दिया है। इसके लिए बीजेपी जल्दी ही सभी जिलों में पिछड़ी जातियों के सम्मेलन कराएगी। इसे सामाजिक सम्मेलन नाम दिया जाएगा।
इसे नवंबर से शुरू करने की योजना है। नवंबर में ही बीजेपी प्रयागराज में ओबीसी महाकुंभ कराएगी। इस महाकुंभ में पिछड़ी जातियों के दो लाख से ज्यादा लोगों को जुटाने की तैयारी है। इस महाकुंभ में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह मुख्य अतिथि होंगे।
बीजेपी 2024 से पहले किसी भी जाति या वर्ग को अपने साथ शामिल करने से पीछे नहीं रहना चाहती। इसमें अब सबसे ज्यादा फोकस ओबीसी पर होगा। इसके पहले बीजेपी ने सभी छह क्षेत्रों में अलग-अलग दलित सम्मेलन आयोजित किए हैं। वेस्ट यूपी में पहला दलित सम्मेलन हापुड़ में मंगलवार को हुआ था। जिसमें सीएम योगी मुख्य अतिथि थे। इसी तरह के सम्मेलन बृज, काशी, अवध, कानपुर और गोरखपुर क्षेत्र में होंगे।
अवध क्षेत्र का बड़ा दलित सम्मेलन दो नवंबर को लखनऊ में होगा। इसमें भी केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह बतौर मुख्य अतिथि मौजूद रहेंगे। इसके साथ ही बीजेपी सभी विधानसभा क्षेत्रों में महिला सम्मेलन भी कर रही है। बीजेपी इसके बाद ओबीसी की अलग-अलग जातियों के सामाजिक सम्मेलन करने की योजना बना रही है।
ओबीसी मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष भरत बताते हैं कि यह सामाजिक सम्मेलन बीजेपी पहले भी कर चुकी है। इस बार बड़े पैमाने पर इसका आयोजन किया जाएगा। इसमें मौर्य, शाक्य, सैनी, कुशवाहा, प्रजापति, कुर्मी, यादव और अलग-अलग जातियों के सम्मेलन होंगे। इन्हें पहले जिला स्तर पर और फिर प्रदेश स्तर पर आयोजित कराया जाएगा। इसकी रूपरेखा बन रही है।
सूत्रों के मुताबिक बीजेपी जल्दी ही पिछड़े वर्ग के परंपरागत कारीगरों से भी संवाद आयोजित करेगी। बढ़ई, नाई, लोहार, दर्जी, सुनार, राजमित्री, मछुवारा, कुम्हार जैसे परंपरागत काम करने वाले कारीगर भी पिछड़े वर्ग से आते हैं। करीब 18 समुदाय इस दायरे में आते हैं। अब बीजेपी इन्हें भी जोड़ने की तैयारी में है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इनके लिए विश्वकर्मा सम्मान योजना शुरू की है।
इसमें कारीगरों को तीन लाख तक का ऋण और 15 हजार रुपए टूलकिट प्रोत्साहन के लिए दिए जाते हैं। हाल ही में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने इस योजना को हर घर तक पहुंचाने के लिए बीजेपी के नेताओं की बैठक बुलाई थी। इसमें अलग-अलग समितियां बनाई गई हैं। यूपी का जिम्मा केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा को दिया गया है। इस योजना के फायदे बताने के लिए हर जिले में पिछड़ी जातियों के संवाद होंगे, जिसमें इस योजना के फायदे के बारे में बताया जाएगा।
इसके साथ ही बीजेपी का ओबीसी मोर्चा हर विधानसभा क्षेत्र में पिछड़ा वर्ग के 50-50 कार्यकर्ताओं की टोली तैयार करेगा। टोली बनाने में ओबीसी की प्रमुख 79 जातियों पर फोकस किया जाएगा। ये टीमें घर-घर पहुंचकर चुनाव के लिए माहौल तैयार करेंगी।
बीजेपी ओबीसी मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष नरेंद्र कश्यप के मुताबिक इन टोलियों के जरिए पिछड़ा वर्ग के सक्रिय कार्यकर्ता और नेता तैयार किए जाएंगे, जो लोकसभा चुनाव तक पूरे प्रचार की कमान भी संभालेंगे। ये कार्यकर्ता ऐसे होंगे, जिन्हें ट्रेनिंग देकर सरकार के कामकाज के बारे में बताया जाएगा। मोर्चे का लक्ष्य है कि दो लाख से ज्यादा ओबीसी कार्यकर्ता तैयार किए जाएं।
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