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India News(इंडिया न्यूज़),UP News: समाजवादी पार्टी (सपा) का एक डेलिगेशन बुधवार को उस वक्त विवादों में घिर गया जब पुलिस ने उन्हें जेल में बंद किसानों से मिलने के लिए परी चौक के पास रोक लिया। यह डेलिगेशन तीन सांसदों, एक विधायक और जिले के कई प्रमुख नेताओं से मिलकर बना था।
सपा नेताओं को किसानों से मिलने की अनुमति नहीं
सपा नेताओं का आरोप था कि वे किसानों के संघर्ष को समर्थन देने और उनकी स्थिति का जायजा लेने के लिए जेल जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया। पुलिस प्रशासन ने सपा नेताओं को किसानों से मिलने की अनुमति नहीं दी, जिससे पार्टी के नेता नाराज हो गए। उन्होंने कहा कि सरकार किसानों की आवाज दबाने की कोशिश कर रही है और इस तरह की कार्रवाई उनके खिलाफ किसान विरोधी नीतियों को बढ़ावा देने की कड़ी है।
इस डेलिगेशन में सपा के तीन सांसद लाल जी वर्मा, हरेंद्र मलिक और नरेंद्र उत्तम पटेल के अलावा विधायक कमाल अख्तर और अन्य जिला स्तरीय नेता शामिल थे। पुलिस द्वारा रोके जाने के बाद सपा नेताओं ने कहा कि वे अब किसानों के परिवारों से संपर्क करेंगे और इस मुद्दे की रिपोर्ट पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव को भेजेंगे। यह घटना कांग्रेस के डेलिगेशन के किसानों से मिलने के प्रयास के बाद सामने आई, जिसे भी पुलिस ने रोक लिया था। सपा और अन्य विपक्षी दल सरकार पर किसान विरोधी नीतियों को लागू करने का आरोप लगा रहे हैं, और आने वाले दिनों में इस मामले में और प्रदर्शन की संभावना जताई जा रही है।
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