India News (इंडिया न्यूज़), Amit Kumar Srivastava, UP News: माफिया खालिद अजीम उर्फ अशरफ के साले सद्दाम पर मेहरबान दिखी प्रयागराज पुलिस। ये हम नहीं कह रहे हैं दो ऐसे मामले देखने के बाद तो ऐसा ही लगता है कि प्रयागराज पुलिस माफिया के साले पर हमेशा मेहरबान रही है।

पहला मामला

सद्दाम को तीन दिन पहले गिरफ्तार किया गया, उसके खिलाफ़ 30 सितंबर 2020 धूमनगंज पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया यह मुकदमा किसी व्यक्ती ने नही बल्कि प्रयागराज के धूमनगंज थाने में तैनात दरोगा चंद्रभानु ने दर्ज कराया था। मुकदमें में लिखा गया था कि देश के प्रधानमंत्री के बारे में सद्दाम ने अपशब्द कहा था, जिसका सद्दाम, ने अपनी फेसबुक आईडी पर वीडियो अपलोड किया था।

साइबर क्राइम से ली गई मदद

इस मुकदमे की विवेचना धूमनगंज थाने में तैनात रहे पांच विवेचकों ने की। इसके साथ ही मुकदमे में साइबर क्राइम सेल व सर्विलांस सेल से भी मदद ली गई। वादी का बयान के साथ ही गवाहों के भी बयान दर्ज किए गए। इस मुकदमें की विवेचना करीब 2.5 साल तक विवेचना चलती रही। इसके बावजूद विवेचक सद्दाम का पता नहीं लगा पाए और उमेश पाल हत्याकांड के चंद दिनों पहले अंतिम रिपोर्ट लगा दी।

उमेश पाल हत्याकाण्ड में नहीं बनाया मुल्जिम

अतीक-अशरफ की हत्या के पहले प्रयागराज पुलिस ने माफिया ब्रदर्स का उमेश पाल हत्याकाण्ड मामले में बयान दर्ज किया था जिसमें अतीक – अशरफ ने अपने बयान में सद्दाम का नाम लिया है। इस बयान के बावजूद प्रयागराज पुलिस ने अभी तक उमेश पाल हत्याकाण्ड में मुल्जिम नहीं बनाई है। आखिर माफिया अशरफ के साले सद्दाम की कौन मदद कर रहा है।

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