संबंधित खबरें
Raebareli Crime News: बिस्किट देने के बहाने मासूम को बुलाया… खून से सनी घर पहुंची; दर्द सुन कांप उठे घरवाले
यूपी में भेड़िया के बाद बाघ का आतंक! हमले में किसान को उतारा मौत के घाट
पुलिस के एक्शन पर अखिलेश ने लिखी ये शायरी, नज्म पोस्ट कर योगी सरकार पर साधा निशाना
Sambhal Jama Masjid: जामा मस्जिद में मंदिर होने की बात से मची हलचल, पुलिस और RRF शहर में अलर्ट
अखिलेश यादव ने BJP पर कसा तंज, 'सबसे अधिक अधर्मी BJP है, वो धर्म के रास्ते पर नहीं चलते, आप सबने देखा'
'ज़ुल्मी हुक्मरानों ने ला दिया है ऐसे हालातों में…'; शायराना अंदाज में BJP पर अखिलेश यादव ने बोला हमला
India News (इंडिया न्यूज़), Martand Singh, Women Reservation Bill: केंद्र सरकार की तरफ से लाए गए महिला आरक्षण विधेयक को पहले लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों से पारित किया गया। इस बिल का विपक्ष की सभी पार्टियों ने भी अपनी सहमति प्रदान की लेकिन विधेयक के कुछ प्रावधानों पर अब कांग्रेस ने सवाल खड़े किए हैं। इसी के विरोध के क्रम में कांग्रेस ने देश के 21 शहरों में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इसमें कांग्रेस की 21 महिला नेता महिला आरक्षण के मुद्दे पर मोदी सरकार को बेनकाब करने की रणनीति के तहत प्रेस वार्ता की। लखनऊ में कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने केंद्र सरकार पर हमला बोला और कहा कि मातृ शक्ति वंदन अधिनियम ऐसा लगता है जैसे बस थाली सजाकर पेश कर दिया गया।
सुप्रिया श्रीनेत ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि इसको तत्काल लागू करने पर भाजपा ने सहमति नहीं बनाई। उन्होंने कहा कि लखनऊ के लोग ठग्गू के लड्डू को जानते हैं और बीजेपी की भी यही टैग लाइन है की ऐसा कोई सगा नहीं जिसको हमने ठगा नही। भाजपा अगर यह महिला आरक्षण लागू करना चाहती है तो इसे तत्काल लागू करते लेकिन ऐसा नहीं हुआ। महिला आरक्षण बिल का लाभ लेने के लिए अभी और इंतजार करना पड़ेगा। भारत के गृहमंत्री अमित शाह वर्ष 2029 में लागु करने की बात कह रहे हैं लेकिन बाकि सांसदों ने मुताबिक वर्ष 2039 तक यह लागु होगा।
कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि अडानी का घोटाला जब सामने आता है तो उसे दबाने के लिए बीजेपी कोई न कोई शिगूफा छोड़ देती है। घोटाले को दबाने के लिए ही इण्डिया नाम बदलने पर चर्चा हुई। जब उससे काम नहीं बना तो महिला आरक्षण बिल लेकर आये हैं, जिसके लिए महिलाओं को और इंतजार करना होगा। इस बिल में अनुसूचित जनजाति जनगणना की जरूरत है। पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी जब महिला आरक्षण बिल ला रहे थे तो सात लोगों ने इसका विरोध किया, जिसमे बीजेपी के सांसद भी थे लेकिन हमने महिलाओं के हक में बिल का समर्थन किया।
उन्होंने कहा कि बीजेपी की महिला सांसद जब हाथरस कांड होता है तो चुप रहती हैं, चिन्मयानंद के मामले में चुप रहती हैं, मणिपुर मामले पर चुप रहती हैं, इनकी चुप्पी अंकिता भंडारी के मामले में भी नही टूटती है। इससे लगता है कि बीजेपी की कथनी और करनी में अंतर है।
वहीं जातिगत जनगणना पर सरकार को घेरते हुए सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि इस देश के सर्वोच्च पद पर बैठे 90 आईएएस अधिकारियों में सिर्फ 3 अनुसूचित जनजाति के हैं इसलिए जाति जनगणना जरूरी है। वही इंडिया गठबंधन के दलों के बीच खास तौर पर उत्तर प्रदेश में सीट शेयरिंग को लेकर कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि समाजवादी पार्टी के साथ लोकसभा चुनाव में सीटों के बंटवारे पर चर्चा की जाएगी। गठबंधन की बैठक में इस पर चर्चा होगी। हमारे बीच कोई मतभेद नहीं है। उन्होंने प्रियंका गाँधी के लोकसभा चुनाव लड़ने के मामले पर कहा कि जब प्रियंका जी बताएंगी तो सबको जानकारी दी जाएगी। कांग्रेस की रणनीति साझा की जाएगी।
ये भी पढ़े-
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.