संबंधित खबरें
ग्लेशियर ट्रैक पर 330 फीट गहरी खाई में गिरा युवक, रेस्क्यू टीम ने 20 किलोमीटर ट्रैकिंग के बाद निकाला सुरक्षित
जागेश्वर धाम में श्रद्धालुओं के लिए मुसीबत बने 4 पिलर, मंदिर समिति ने की हटाने की मांग
अंतरराष्ट्रीय प्रवासी उत्तराखंडी सम्मेलन: 17 देशों के प्रवासियों का जुटे, अहम मुद्दों पर होगी चर्चा
खुसखबरी! देहरादून से प्रयागराज के लिए आज से हवाई सेवा शुरू, जानें किराया और समय सूची
कोहरे और शीतलहर का डबल अटैक, उत्तराखंड में ठंड ने मचाया कहर
सड़क पर गाड़ी रोककर युवक से की गालीगलौज, विरोध कर पर चला दी गोली,जानिये क्या है पूरा मामला
India News (इंडिया न्यूज़), Uttarakhand, देहरादून: उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले के पुरोला कस्बे में विवाद के बाद अब हालात सामान्य हो रहे हैं। बाजार में फिर से रौनक लौट रही हैं। तनाव के बाद जो मुस्लिम समुदाय के लोग अपने घर-दुकानें छोड़कर चले गए थे वह भी लौट रहे हैं। बताते चलें कि अब तक 10 परिवार लौट आए हैं।
पुरोला में नाबालिग को भगाने के प्रयास की घटना के बाद तनाव बढ़ गया था। हिंदू संगठनों ने महापंचायत का ऐलान किया तो तनाव की आंच दूसरे कस्बों तक भी पहुंची। नौगांव, बड़कोट समेट पुरोला बाजार बंद हुए। पुलिस-प्रशासन हरकत में आया और धारा-144 लागू कर दी।
बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया। जगह-जगह बैरिकेड्स लगा दिए गए। हाईकोर्ट ने भी दखल दिया और आखिर में महापंचायत नहीं हुई। अब हालात सामान्य होने पर मुस्लिम समुदाय के करीब 22 लोगों ने अपनी दुकानें खोल ली हैं। वहीं पुरोला छोड़कर गए 16 परिवारों में से 10 लौट आए हैं।
26 मई के दिन दो लड़को उबैद और जितेंद्र सैनी को स्थानी लोगों ने एक नाबालिग लड़की के साथ पकड़ा था। ये आरोप था कि वह लड़की को भगाने की कोशिश कर रहे थे। जिसकी खबर लगते ही स्थानीय लोगों ने उन्हें पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। दोनों लड़के नजीबाबाद के रहने वाले हैं और गद्दे की दुकान पर काम करते थे। जिसे लेकर मुस्लिम व्यापारियों के खिलाफ लव जिहाद के विरोध में विरोध प्रदर्शन किया गया।
कुछ दिनों के बाद, संगठनों ने कई इलाकों में विरोध किया और पुरोला में मुस्लिम दुकानों और घरों पर हमला किया। इसके अलावा, 15 जून को, देवभूमि रक्षा संगठन के नाम से मुस्लिम व्यापारियों की दुकानों के शटर पर नोटिस चिपकाए गए थे, जिसमें धमकी दी गई थी कि वे महापंचायत से पहले परिसर खाली कर दें या गंभीर परिणाम भुगतें। हाईकोर्ट के मुख्य स्थायी वकील चंद्रशेखर रावत ने याचिकाकर्ता से नोटिस मिलने और आज सुनवाई की पुष्टि की। हालात को देखते हुए पुरोला में 14 मई से 19 मई तक धारा 144 लागू की गई थी।
यह भी पढ़े-
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.