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India News (इंडिया न्यूज), Rajasthan Bikaner: यह घटना बीकानेर, राजस्थान की है, जहां यूपी से आए राम कुमार नामक मजदूर के साथ हैवानियत का मामला सामने आया है। यह घटना न केवल क्रूरता और अमानवीयता की पराकाष्ठा है, बल्कि समाज में व्याप्त अत्याचार और हिंसा की दुखद तस्वीर पेश करती है। राम कुमार, जो बीकानेर में मजदूरी कर रहा था, तीन दिन से अस्पताल में भर्ती है। डॉक्टरों ने उसके गुप्तांग से सात इंच लंबा और तीन इंच चौड़ा प्लास्टिक का केन निकाला, जो उसके शरीर में दबंगों ने जबरन डाल दिया था।
राम कुमार, जो मूल रूप से उत्तर प्रदेश का रहने वाला है, कुछ समय से बीकानेर में मजदूरी कर रहा था। तीन दिन पहले, जब वह जंगल की ओर शौच के लिए गया, तब उसका कुछ स्थानीय दबंगों से विवाद हो गया। इसके बाद उन दबंगों ने राम कुमार को पकड़कर बेरहमी से पीटा और उसके गुप्तांग में जबरन एक प्लास्टिक की बॉटल घुसेड़ दी। घटना के बाद राम कुमार किसी तरह घर पहुंचा, लेकिन दर्द और सदमे के कारण वह बेहोश हो गया।
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जब उसे अस्पताल लाया गया, तो डॉक्टरों ने उसकी हालत देखकर तुरंत उसका एक्स-रे किया। एक्स-रे रिपोर्ट देखने के बाद डॉक्टर भी हैरान रह गए, क्योंकि राम कुमार के शरीर में सात इंच लंबी और तीन इंच चौड़ी प्लास्टिक की बॉटल थी। डॉक्टरों ने तत्काल सर्जरी करके उस बॉटल को निकाला। फिलहाल, राम कुमार की हालत स्थिर है, लेकिन शारीरिक और मानसिक तौर पर वह गहरे आघात में है।
जेएनवीसी थाना पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। राम कुमार के बयान दर्ज कर लिए गए हैं, और पुलिस केस दर्ज करने की प्रक्रिया में है। इस क्रूरता से जुड़े सभी आरोपियों की पहचान करने और उन्हें पकड़ने के लिए जांच जारी है।
यह घटना यह सवाल उठाती है कि आखिर समाज में इस तरह की हिंसा और अमानवीयता के लिए कौन जिम्मेदार है? क्या गरीब और मजदूर वर्ग की सुरक्षा और सम्मान की कोई कीमत नहीं है? इस तरह की घटनाओं से न केवल पीड़ित का जीवन तबाह हो जाता है, बल्कि समाज के सामूहिक मूल्यों पर भी सवाल खड़े होते हैं।
सरकार और समाज के लिए यह जरूरी है कि ऐसे मामलों में सख्त कदम उठाए जाएं, ताकि पीड़ित को न्याय मिले और भविष्य में ऐसी घटनाएं रोकी जा सकें।
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