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इंडिया न्यूज़, लखनऊ।
BJP’s strategy उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) समेत 4 राज्यों की सत्ता में हाल ही में वापसी करने वाली भाजपा (BJP) की सफलता की वजह बड़े पैमाने पर दलित वर्ग के समर्थन को माना जा रहा था। अब भाजपा इसी रणनीति पर आगे बढ़ने की प्लानिंग है ताकि देश भर में वह दलित वर्ग के समर्थन वाली पार्टी बन सके।
इसका संकेत पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने भाजपा के 42वें स्थापना दिवस (foundation day) के मौके पर दिया है। एक दशक पहले तक ही सवर्णों और उत्तर भारत की पार्टी कही जाने वाली भाजपा अब पुराने टैग से कहीं आगे बढ़ती दिख रही है। दीनदयाल उपाध्याय, श्यामा प्रसाद मुखर्जी (Deendayal Upadhyay, Syama Prasad Mookerjee) को अपना वैचारिक नेता मानने वाली भाजपा ने सामाजिक न्याय के प्रतीकों को भी तेजी से बीते कुछ सालों में अपनाया है।
बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय राजनीति में अपनी एंट्री के बाद से ही अपनी पहचान पिछड़े और दलित वर्ग से जोड़ना शुरू कर दिया था। बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर और ज्योतिबा फुले का जिक्र वह अकसर अपने भाषणों में करते रहे हैं। भाजपा की इस रणनीति का असर यूपी में 2014, 2017, 2019 और फिर 2022 के चुनाव में देखने को मिला है। इसके अलावा देश के अन्य हिस्सों में भी भाजपा को दलित वर्ग का अच्छा खासा समर्थन मिलता दिखा है।
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