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इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
इंसान में अगर किसी भी काम को करने की सच्ची लगन और खुद पर भरोसा हो तो कामयाबी उससे दूर नहीं है। ऐसी ही एक मिसाल पेश की है ओड़िशा की दमयंती मांझी (Damayanti Majhi) ने। मात्र 21 साल की उम्र में दमयंती मांझी ने कुछ ऐसा कर दिखाया है, जिसके बाद उनका नाम इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज हो चुका है। दमयंती ने बीजू जनता दल (बीजेडी) के टिकट पर कटक का नगर निगम (Cuttack Municipal Corporation) चुनाव लड़ा और अब जीतकर सबसे कम उम्र की डिप्टी मेयर (political) बन गईं। तो चलिए जानते हैं दमयंती मांझी के बारे में। (Damayanti Majhi news)
ओडिशा (Odisha ) शहर के बलिसाही झुग्गी बस्ती में जन्मी दमयंती मांझी (Santhali tribe) अपने तीन भाई-बहनों सबसे बड़ी है। झुग्गी बस्ती में पली-बढ़ी एक 21 साल की संथाली आदिवासी लड़की ने कटक नगर निगम के चुनाव में इतिहास रच दिया है। फिलहाल वह रेनशॉ यूनिवर्सिटी में एमकॉम फाइनल ईयर की छात्रा हैं। दमयंती एक श्रमिक परिवार से हैं। दिहाड़ी मजदूरी से उनका घर चलता है। साल 2017 में दमयंती के पिता श्यामसुंदर मांझी की नदी में डूबने से मौत हो गई थी। इसके बाद से वह अपनी मां के साथ मिलकर घर चलाने और अपने दो छोटे भाई-बहनों को पालने की जिम्मेदारी भी उठा रहीं है। साथ ही खुद की पढ़ाई भी कर रही है।
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दमयंती ने कहती हैं कि पिता का साया सिर से उठ जाने के बाद मां दिहाड़ी मजदूरी करने लगीं। घर और भाई-बहनों की देखरेख की जिम्मेदारी मुझे उठानी पड़ीं। मैंने अपनी इस छोटी सी जिंदगी में जीवन के संघर्ष को बहुत करीब से देखा है। हालांकि, मैं यह भी जानती थी कि अपने भाई-बहनों के लिए मुझे खुद ही एक उदाहरण बनना होगा। अपने परिवार की हालत सुधारने के लिए आगे की पढ़ाई करनी होगी ताकि वे लोग भी आगे बढ़े और अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए कुछ करें। हालांकि, यह राह आसान नहीं थी। दो वक्त के खाने और कॉलेज की फीस भरने के लिए मैं अपने आसपास के बच्चों को ट्यूशन पढ़ाती हूं।
दमयंती बताती हैं कि मैंने कटक नगर निगम चुनाव में अपने वार्ड में अनुसूचित जनजाति (एसटी) उम्मीदवारों के लिए आरक्षित सीट के बारे में पता किया। इसके बाद बीजद के स्थानीय नेताओं से बात की। कुछ दिनों बाद पार्टी ने अपना उम्मीदवार बनाने के लिए मुझसे संपर्क किया। मुझ पर भरोसा जताने के लिए मैं पार्टी अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की शुक्रगुजार हूं। राज्य के लिए मुख्यमंत्री के विजन ने मुझे हमेशा से कुछ करने के लिए प्रेरित किया है।
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दमयंती ने नगर निगम चुनाव से पहले राजनीति में किसी भी तरह से सक्रिय नहीं थी। उसने बताया कि राजनीति उसकी पहली चॉइस नहीं है। कटक डिप्टी मेयर का चुनाव उसका पहला चुनाव था। यही नहीं वो छात्र राजनीति का हिस्सा भी नहीं थी। दमयंती अपने क्षेत्र की समस्याओं से परिचित थी और बीजेडी के नेताओं को ये गुण भा गया। दमयंती अब अपने क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाना चाहती है, लोगों की समस्याओं को सुलझाना चाहती है।
डिप्टी मेयर बनने के बाद दमयंती ने कटक के विकास कार्यों के लिए अपनी प्लानिंग पर काम करना शुरू कर दिया है। दमयंती का कहना है कि आगामी 5 साल में कटक नगर निगम के कुल 59 वार्ड में रहने वाले लोगों के हित में विकास कार्य करूंगी। शहर के लोगों ने मुझे इतनी बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है। बेशक राजनीति को लेकर मेरे पास तजुर्बे की कमी है, लेकिन मैं मेहनत करूंगी और शहरवासियों की कसौटी पर खरी उतरने की पूरी कोशिश करूंगी।
Who is damayanti manjhi a 21 year old cuttack deputy mayor
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